मेरठ 8 अप्रैल (प्र)। जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बेकाबू हो चुकी है। वहीं, मौत के बढ़ते आंकड़ों से स्थिति और भी ज्यादा गंभीर होने लगी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से गुरुवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, 119 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है, जबकि दो मरीजों की मौत हो गई। पिछले साल के मुकाबले इस साल संक्रमण की दर काफी ज्यादा है। कोरोना के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। पिछले साल संपर्क वाले मरीजों की संख्या ज्यादा थी जबकि इस साल नए मरीज ज्यादा मिल रहे हैं। इसके चलते स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है।
मौत के बाद आई कोरोना रिपोर्ट
कोरोना संक्रमण से जान गंवाने वाले दोनों मरीज केएमसी और आर्मी कोविड अस्पताल में भर्ती थे। दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनकी कोरोना जांच रिपोर्ट मौत के बाद आई है। इनमें एक 65 वर्षीय बुजुर्ग तो दूसरी 26 साल की एक युवती शामिल है। इनके परिवार वालों की आरटीपीसीआर जांच कराई गई है।
फिर बनेंगे कोविड अस्पताल
मेडिकल के कोविड अस्पताल में 41 कोरोना के मरीज भर्ती हैं। इनमें 11 ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने अब पहले की तरह सुभारती, आनंद, संतोष, केएमसी, न्यूटीमा समेत अन्य निजी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज को कोविड अस्पताल बनाने की तैयारियां तेज कर दी हैं। जिलाधिकारी खुद इन अस्पतालों का सीएमओ के साथ निरीक्षण कर व्यवस्था बनाने में लगे हैं।
शास्त्रीनगर डी ब्लॉक 225 यहां एक मकान में सात केस मिले हैं। इसी तर्ज पर फूलबाग कालोनी क्षेत्र में भी सात केस मिले हैं। इन इलाकों में एक ही परिवार में इतने ज्यादा केस मिलने से पड़ोसियों में दहशत है। जिन अन्य इलाकों में संक्रमण के केस मिले हैं। उनमें गंगानगर गंगासागर, श्याम नगर, परतापुर, ब्रह्मपुरी इंद्रानगर यहां भी एक परिवार में तीन केस मिले।
सदर थापर नगर, एटूजेड, दौराला, जागृति विहार मेडिकल, कंकरखेड़ा, रेलवे कालोनी सिटी स्टेशन, कोतवाली जत्तीवाड़ा, जसवंत शुगर मिल बागपत रोड, लिसाड़ीगेट श्याम नगर, रुड़की रोड रौशनपुर डोरली, छिपी टैंक लालकुर्ती, बाइपास गोकुल धाम, पंजाब लाइंस, सरधना तीन केस भी शामिल हैं। संक्रमितों में नौकरी पेशा हैं। इनके अलावा किसान, छात्र, कामकाजी घरेलू महिलाएं, कारोबारी, मजदूर, घरेलू नौकरानी, शिक्षक, अधिवक्ता दुकानदार भी शामिल हैं।