मवाना, 17 जून (प्र)। मेरठ से शुरू हुआ मेरठ-नजीबाबाद एनएच-119 फोर लेन हाईवे का निर्माण कार्य बहसूमा के पास झुनझुनी गांव में आकर थम गया है। अब हस्तिनापुर वन्य जीव अभ्यारण से हाईवे गुजरने की मंजूरी भारत सरकार से मिल गई है। बहसूमा झुनझुनी से वाया बिजनौर-नजीबाबाद हाईवे से जोड़ने वाले फोरलेन हाईवे का निर्माण वर्षा काल के बाद शुरू हो पाएगा।
करीब 45 किलोमीटर लंबे फोरलेन हाइवे का निर्माण अधिकतम तीन साल में पूरा हो जाएगा। इस पूरे प्रोजेक्ट पर करीब 2135 करोड़ की लागत आने की संभावना है। बिजनौर से बहसूमा तक सड़क निर्माण पर करीब 1300 करोड़ की लागत आएगी, जबकि सात सौ करोड़ से अधिक की रकम अधिग्रहण आदि पर खर्च होगी।
जून माह के अंत से शुरू हो जाएंगे दोनों टोल प्लाजा
मवाना से बहसूमा के बीच भैंसा गांव के सामने मेरठ से 31 किमी. पर 16 लेन का टोल प्लाजा बनकर तैयार हो गया है। इसी तरह से बिजनौर में किरतपुर से | आगे भनेड़ा गांव के पास टोल प्लाजा तैयार हो गया है। इन दोनों स्थानों पर बनाए गए टोल प्लाजा पर जून माह के अंत से टोल लिया जाना प्रस्तावित है। | भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के प्रशासनिक प्रबंधक अभय प्रताप सिंह बताते है कि जून के अंत में दोनों स्थानों पर टोल लेने का कार्य शुरू हो जाएगा।
कहां बनेगा फारेलेन हाईवे
मवाना के गांव झुनझुनी से आगे बहसूमा बाईपास, रामराज बाईपास होते हुए टिकौला शुगर मिल के पास से मीरापुर बिजनौर मार्ग पर सिखेड़ा गांव के पास 69 किमी. पर पहुंचेगा। वहां से बैराज तक मध्य गंग नहर की पटरी पर बने हुई सड़क के पास से बिजनौर बैराज पहुंचेगा। यहां बैराज तक एलिवेटेड रोड बनेगी।
गंगा पर बनेगा एक किलोमीटर लंबा पुल
बिजनौर बैराज से हाईवे का यातायात चालू है। हाईवे फोरलेन के प्रोजेक्ट में गंगा पर पुल का निर्माण प्रस्तावित है। गंगा पर करीब एक किलोमीटर लंबा पुल बनाया जाएगा। गंगा पुल के पास करीब ढाई किमी की इस दूरी पर पुल समेत एलिवेटेड रोड बनायी जाएगी।