बुलंदशहर 03 अक्टूबर । यूपी के बुलंदशहर जनपद की अनूपशहर पुलिस ने अलग-अलग राज्यों के बोर्डो और विश्वविद्यालयों की फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गैंग के 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इस गैंग का खुलासा तब हुआ जब सेना भर्ती परीक्षा देने गए अनूपशहर के एक छात्र का सत्यापन के दौरान शैक्षिक दस्तावेज फर्जी पाए गए। इनके कब्जे से कई राज्यों के बोर्डो और विश्वविद्यालयों की 167 मार्कशीट प्रमाण पत्र आदि बरामद हुए हैं।
एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि रविन्द्र कुमार पुत्र अनिल कुमार निवासी अनीवास थाना अनूपशहर ने थाना अनूपशहर पर सूचना दी कि वर्ष-2021 में उसके बेटे ने एक स्कूल से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की थी तथा अब उसके बेटे ने भारतीय थल सेना की सीधी भर्ती की औपचारिक्ताओं को पूर्ण कर लिया। लेकिन शैक्षिक दस्तावेज के सत्यापन में इंटरमीडिएट की मार्कशीट को फर्जी बता दिया गया। इस सम्बन्ध में थाना अनूपशहर पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
अनूपशहर पुलिस द्वारा सर्विलांस टीम के सहयोग से फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह के 3 आरोपियों को कस्बा डिबाई के एक मकान से गिरफ्तार किया। जिनके कब्जे से विभिन्न शिक्षण संस्थान की मार्कशीट, लैपटॉप, मोबाइल, एटीएम कार्ड, फर्जी मार्कशीट बनाने के उपकरण, नकदी आदि बरामद किये गये हैं।
पुलिस ने देवेन्द्र, दिलीप निवासी डिबाई, राहुल सिमैया निवासी पटेल बाई मुन्ताई थाना मुन्ताई जनपद छिंदवाड़ा मध्य प्रदेश को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 2 लैपटॉप, 16 मोबाइल, 22 एटीएम, 10 स्टाम्प मोहरें, 2 इंक पैड, 2 पेन ड्राइव, 2 सीपीयू, 1 प्रिंटर, 15 रजिस्टर, 15 होलोग्राम(मार्कशीट पर लगाने वाले), 4 डीटीडीसी कोरियर कंपनी की डायरी आदि तथा 167 मार्कशीट/माइग्रेशन विभिन्न शिक्षण संस्थान की और 3 लाख रुपए की नगदी बरामद की है।
एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त राहुल ने पूछताछ में बताया कि ऐसे छात्र छात्राएं जो पढ़ाई लिखाई में कमजोर हैं, उन्हें अच्छे नम्बरों के शैक्षिक प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर मोटी रकम लेकर शैक्षिक प्रमाण पत्र बनवाकर देने का धंधा करते हैं। विभिन्न शैक्षिक संस्थानों के फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र बनवाने, विभिन्न कॉलेजों, विश्वविद्यालयों के विभिन्न कोर्सो में एडमिशन कराने का प्रलोभन देकर सम्पर्क करते थे।
एसएसपी ने बताया कि इसके लिये इन लोगों ने विभिन्न राज्यों राजस्थान, पंजाब, दिल्ली, गुजरात, मध्य प्रदेश, बिहार, तमिलनाडू राज्य आदि में ऑफिस खोल रखे हैं।इसके लिये दूरस्थ लोंगों से सम्पर्क करते हैं। शैक्षिक प्रमाण पत्रों के लिये यह लोग डीटीडीसी कोरियर कम्पनी के द्वारा ही डिलीवर कराया जाता था। बताया कि इस पूरे काम में जयपुर व लुधियाना निवासी दो व्यक्ति इनका सहयोग करते हैं। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम तैयार की की गई है।
एसएसपी ने बताया कि फर्जी मार्कशीट बनाकर छात्र-छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों को पकड़ने के लिए एसआईटी का गठन किया गया है।एसपी देहात के पर्यवेक्षण और सीओ अनूपशहर के नेतृत्व में एसआईटी गिरोह के अन्य सदस्यों का पता लगा कर गिरफ्तार करेगी।