Monday, December 23

कैपिटल अस्पताल पर चलेगा विकास का बुलडोजर

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मेरठ, 23 दिसंबर (प्र)। कैपिटल अस्पताल पर आवास विकास बुलडोजर चलाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए उन्होंने सीएमओ को पत्र लिखकर अस्पताल का लाइसेंस निरस्त करने का अनुरोध किया है। कैपिटल अस्पताल में पांच दिसंबर को हुए लिफ्ट हादसे महिला करिश्मा की मौत हो गई थी।

सीएमओ डॉ. अशोक कटारिया ने कहा कि आवास विकास की तरफ से पत्र प्राप्त हुआ है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि कैपिटल अस्पताल रिहायशी इलाके में बना हुआ है, जो आवास विकास के मानकों के खिलाफ है। इसका ध्वस्तीकरण किया जाना है, लिहाजा इसका लाइसेंस निरस्त किया जाए और यहां अगर मरीज हों तो उन्हें दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए। अस्पताल को खाली कराया जाए। सीएमओ ने बताया कि अस्पताल सील है, उसमें मरीज हैं ही नहीं। जहां तक निरस्तीकरण की बात है तो उसके संबंध में कैपिटल अस्पताल प्रबंधन से जवाब मांगा गया था। उनका जवाब आ गया है, लेकिन अभी उसका अवलोकन नहीं हो पाया है। उनके जवाब और प्रशासन द्वारा गठित टीम की रिपोर्ट के आधार पर निरस्तीकरण पर निर्णय लिया जाना है।

एल-ब्लॉक शास्त्रीनगर स्थित कैपिटल अस्पताल में पांच दिसंबर को लिफ्ट गिरने से सैन्यकर्मी अंकुश मावी की पत्नी करिश्मा हूण (30) की मौत हो गई थी। करिश्मा लिफ्ट के दरवाजे में स्ट्रेचर के साथ फंस गई थीं। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल को सील कर दिया था। इसके बाद जिलाधिकारी ने चार सदस्य कमेटी का गठन किया था, जिसने अपनी रिपोर्ट में प्रबंधन की गलती मानी थी।

कैंट क्षेत्र में 1200 अवैध निर्माणों का ध्वस्तीकरण तय
वहीं दूसरी ओर छावनी परिषद ने कैंट क्षेत्र में 1200 अवैध निर्माण को चिन्हित किया है। इन अवैध निर्माणों के खिलाफ छावनी परिषद ध्वस्तीकरण अभियान शुरू करेगा। बंगलों में चल रहे अवैध कार गैराज का मामला बोर्ड बैठक में उठने के बाद अब उन्हें भी चिहिन्त किया जाएगा। इसके बाद उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। कैंट में सिविल एरिया में 40 व सिविल एरिया से बाहर 244 बंगले हैं। सदर बाजार, लालकुर्ती, वेस्ट एंड रोड, सदर दाल मंडी, रजबन, तोपखाना, भूसा मंडी, बांबे बाजार और आबूलेन क्षेत्र में भवनों को तोड़कर दुकानें व शोरूम बनाए गए हैं। कैंट क्षेत्र में बंगलों में अवैध रूप से कार गैराज खुले हुए हैं। इन गैराज के कारण कैंट क्षेत्र की सड़कों पर भी अतिक्रमण के कारण जाम की स्थिति बनी रहती है। कैंट बोर्ड के सहायक अभियंता पीयूष गौतम ने बताया कि 1980 से लेकर अब तक छोटे-बड़े छह हजार अवैध निर्माण चिहिन्त किए हैं और अधिकांश मामलों में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की है। कैंट बोर्ड ने अब फिर से 1200 अवैध निर्माण ध्वस्तीकरण के लिए चिन्हित किए हैं। कैंट बोर्ड शीघ्र ही चिन्हित किए गए अवैध निर्माणों के खिलाफ ध्वस्तीकरण अभियान चलाया जाएगा।

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