Friday, November 22

कोरोना वायरस के नए सब वैरिएंट जेएन.1 को लेकर देश में अलर्ट जारी, चंडीगढ़ में मास्क पहनना अनिवार्य

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नई दिल्ली 21 दिसंबर। दुनिया में एक बार फिर कोरोना वायरस का संक्रमण फैल रहा है। इसकी चपेट में भारत समेत कई देश आ रहे हैं। इस बार कोरोना वायरस के नए वैरिएंट से लोग संक्रमित हो रहे हैं। इसे लेकर भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी कई राज्यों को अलर्ट जारी किया है। साथ ही राज्य सरकार ने लोगों को भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने से बचने और मास्क लगाने की सलाह दी है। ऐसे में आप घरों से बाहर निकलने से पहले डॉक्टरों की सलाह जरूर पढ़ लें।

कोरोना वायरस के नए सब वैरिएंट जेएन.1 को लेकर देश में अलर्ट जारी है। एक्सपर्ट्स की टीम नए वैरिएंट की बारीकी से जांच कर रही है। इस बीच नीति आयोग के मेंबर (हेल्थ) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि देश में जेएन.1 वैरिएंट के 21 मामले सामने आए हैं और इंडिया काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की ओर से इस जीनोम पर शोध किया जा रहा है। गोवा में सबसे ज्यादा 19 मामले आए हैं, जबकि केरल और महाराष्ट्र में एक-एक केस पाए गए हैं।

बेंगलुरु में कोविड के नए वैरिएंट जेएन.1 के मामले आने के बाद लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी गई है। वहीं, चंडीगढ़ में मास्क पहनना अनिवार्य हो गया है। यहां भीड़भाड़ वाली जगहों और अस्पतालों में मास्क पहनने के लिए कहा गया है। इस बीच दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टरों ने जेएन.1 वैरिएंट से सतर्क रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है।

सफदरजंग अस्पताल के डॉ. रोहित कुमार ने कहा कि कोरोना एक आरएनए वायरस है, जो समय-समय नए वैरिएंट का रूप ले रहा है। इस बार कोरोना वायरस का नया सब वैरिएंट जेएन.1 सामने आया है। हालांकि, दिल्ली में अभी तक इस वैरिएंट का केस सामने नहीं आया है। हम कोरोना के नए वैरिएंट पर नजर बनाए हुए हैं और इसे लेकर अलर्ट भी हैं। जिन लोगों में कोरोना के लक्षण मिल रहे हैं, उनकी जांच की जा रही है और जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भी भेजा जा रहा है, ताकि नए वैरिएंट का पता लग सके।

डॉक्टर ने बताया कि अगर किसी व्यक्ति को खांसी, जुकाम, गले में खराश, सीने में दर्द, सांस लेने में दिक्कत हो रही है तो वे तत्काल से डॉक्टरों से अपनी जांच कराएं। इस वक्त सांस से संबंधित समस्या और अस्थमा के मरीजों को सबसे ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अगर सर्दी के मौसम में लोगों को गंभीर बीमारियों से सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों में पहले से सुगर या हार्ट से संबंधित बीमारी पाई जा रही है।

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