मेरठ 18 सितंबर (प्र)। यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह के एक और सदस्य मोनू को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है. अब तक मेरठ एसटीएफ की टीम इस मामले में 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. एसटीएफ एसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी मोनू कंकरखेड़ा के दायमपुर का रहने वाला है. मोनू ने बताया कि पेपर लीक कराने के लिए उसे विक्रम पहल ने गिरोह में शामिल किया था. मोनू ने बताया कि गुरुग्राम के होटल में पेपर लीक कराने की डील हुई थी. एसपी बृजेश सिंह ने बताया कि यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में एसटीएफ ने 900 पन्नों की चार्जशीट में 18 आरोपी बनाए थे, जिसे छह जून को कोर्ट में दाखिल कर चुकी है.
एसपी बृजेश सिंह के मुताबिक, 18 फरवरी को यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा की द्वितीय पाली का प्रश्न-पत्र और उत्तर कुंजी 17 फरवरी को गैंग के सदस्यों को मोबाइल पर भेजा गया था. पेपर आउट कराने वाला मुख्य सरगना रवि अत्री था. इस पेपर को वॉट्सऐप के जरिए अभ्यथियों को भेजा गया. इसके अलावा गुरुग्राम के एक होटल में 500 अभ्यथिर्यों को बुलाकर उनको प्रश्नों के उत्तर याद कराए गए थे. मेरठ एसटीएफ की टीम ने पेपर लीक मामले का पर्दाफाश किया था. इसके बाद भर्ती परीक्षा निरस्त कर दी गई थी.
इनकी हो चुकी है गिरफ्तारी
5 मार्च को दीप उर्फ दीपक निवासी दोपहिया रोड पठानपुरा, कंकरखेड़ा, बिटटू निवासी अलीपुर सरधना, प्रवीण निवासी नंगलाताशी कंकरखेड़ा, रोहित उर्फ ललित निवासी गोलाबढ़ टीपी नगर, नवीन कुमार, साहिल निवासीगण शोभापुर कंकरखेड़ा को गिरफ्तार किया गया था. 12 मार्च को महेंद्र निवासी बराह खुर्द, थाना कोतवाली जींद, हरियाणा को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था. 14 मार्च को अभिषेक कुमार शुक्ला निवासी विक्रमपुर, सराय ममरेज, प्रयागराज, शिवम गिरि निवासी रमगढवा गोनौरा, मिर्जापुर, रोहित पांडेय निवासी खेमापुर, भदोई की गिरफ्तारी की गई थी. इसके बाद 21 मार्च को नेचर वैली रिसार्ट के मालिक सतीश धनखड़ ओर 3 अप्रैल को राजीव नयन मिश्रा वे 10 अप्रैल को रवि अत्री निवासी ग्राम नीमका, जेवर गौतमबुद्धनगर ओर 18 अप्रैल को अजीत कुमार उर्फ अजीत चौहान और अजय कुमार चौहान निवासीगण दुहावर बिदोरी थाना नवडिया जोनपुर को गिरफ्तार किया गया था. 23 अप्रैल को हरियाणा जींद के बराह खुर्द निवासी विक्रम पहल, उसके साथी गुनिया उर्फ इंद्रजीत और दाउद उर्फ विक्की निवासीगण किलोई झज्जर को एसटीएफ की टीम ने पेपर लीक आरोपियों को गिरफ्तार कर उनको जेल भेज दिया था.