मेरठ 13 सितंबर। मेरठ विकास प्राधिकरण के बाबुओं व अधिकारियों द्वारा फर्जी तरीके से निरस्त प्लॉटों की फर्जी आवंटि के नाम कर के इस प्रकरण में किये गए लगभाग 10 करोड़ के घोटाले की शिकायत 7 सितम्बर को सबूतों सहित कांग्रेस सेवादल के जिलाध्यक्ष रोहित गुर्जर ने कमिश्नर से की थी जिसमे कमिश्नर ने जाँच बैठाई थी प्रथम जाँच में एक बाबू रजनी कन्नौजिया को एमडीए सचिव ने बर्खास्त कर दिया है अभी जांच चल रही है और भी लोगो पर कार्यवाही निश्चित है।प्राप्त विवरण के अनुसार दस करोड़ के 19 प्लॉटों में गोलमाल की शिकायत के बाद एमडीए के एक बाबू पर गाज गिर गई। एमडीए वीसी एवं सचिव ने संपत्ति क्लर्क रजनी को सस्पेंड कर दिया। माना जा रहा है कई अन्य पर गाज गिर सकती है कि कांग्रेस सेवादल जिलाध्यक्ष रोहित गुर्जर के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने लोहियानगर में आवंटन घोटाले का कच्च.चिट्ठा कमिश्नर को सौंपा था। आरोप था लोहियानगर योजना में 1998 में आवंटित कुछ प्लॉटों का आवंटन किस्तें जमा न होने से निरस्त हो गया था। आरोप है इसके बाद कुछ बाबुओं ने फर्जीवाड़ा कर मूल आवंटी के नाम पते वाले एक दूसरे शख्स के नाम रजिस्ट्री करा दी। लोहिया नगर में ही प्लॉट संख्या केण्1438 रफीक अहमद को आवंटित किया गया। किस्त जमा न होने पर इसका आवंटन निरस्त कर दिया लेकिन प्राधिकरण के कर्मियों व अधिकारियों ने साठ.गांठ कर इस प्लाट की फाइल को दोबारा चालू कर दिया। महज 29 हजार रुपये जमा कर मूल आवंटी की जानकारी बिना उसके नाम पते पर आवंटन बहाल कर दिया गया। बाद में इसकी फर्जी ढंग से रजिस्ट्री करा प्लॉट को रीसेल कर दिया। जिसे रीसेल में प्लॉट बेचा उसके साथ भी धोखाधड़ी की गई। ऐसा खेल 19 बड़े प्लॉटों में किया गया जिनकी कीमत आज बाजार में दस करोड़ से ज्यादा है।
मेरठ के लोहियानगर में प्लॉटों के गोलमाल पर क्लर्क सस्पेंड
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