मेरठ 26 दिसंबर। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में आधा दर्जन मंत्री होने के बाद भी भ्रष्टाचार तथा घूसखोरी चरम पर है। आज एक डिप्टी सीएमओ को ढाई लाख रुपया रिश्वत लेते विजिलेंस विभाग की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया। मंडलायुक्त डा. प्रभात कुमार के निर्देश पर डिप्टी सीएमओ के खिलाफ यह कार्रवाई की गई। इस कार्यवाही से विभाग के कर्मचारियों में हड़कंप की स्थिति व्याप्त हो गई।
बताया जाता है कि पिछले काफी समय से डिप्टी सीएमओ भ्रष्टाचार के काले कारनामों में इतना लिप्त थे कि वह कोई भी कार्य बिना अवैध वसूली के नहीं करते थे। विजिलेंस की टीम के अनुसार सीएमओ कार्यालय में डिप्टी सीएमओ डाॅ. अशोक निगम को ढाई लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। डाॅ. अशोक निगम नर्सिंग होम के पंजीकरण के लिए यह रिश्वत ले रहे थे।
गिरफ्तारी के बाद डिप्टी सीएमओ को थाना सिविल लाइन में पूछताछ शुरू कर दी है। बताया जाता है कि सीओ सिविल लाइन चक्रपाणी त्रिपाठी तक को पूछताछ की कार्रवाई से अलग रखा गया है। देर शाम समाचार लिखे जाने तक मामले में अधिक जानकारी नहीं हो सकी और पुलिस तथा टीम जांच में जुटी हुई थी।