मेरठ: जिला अस्पताल में ऑपरेशन के लिए कोई सर्जन नहीं है। वहीं एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में लगातार डाक्टर नौकरी छोड़ रहे हैं। अगर हालात ऐसे ही रहे तो सरकारी अस्पतालों में मरीजों का इलाज होना मुश्किल हो जाएगा। रोजाना जिला अस्पताल और मेडिकल में छह हजार से ज्यादा मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं।
जिला अस्पताल में डेढ़ साल से ज्यादा समय से सर्जन डॉक्टर नहीं है। अस्पताल में समान्य ऑपरेशन रेफर कर दिए जाते हैं। अस्पताल में ऑपरेशन के लिए पहुंचने वाले मरीज निराश लौट रहे हैं। अस्पताल की व्यवस्था बनाने के लिए सरधना में तैनात सर्जन को जिला अस्पताल से अटैच किया गया था, लेकिन इनके मरीजों को कोई राहत नहीं मिली है।
जिला अस्पताल में सुपर स्पेशलिटी डॉक्टर की वजह से पहले ही बर्न यूनिट, आईसीयू समेत अन्य कई बड़ी सुविधा बंद पड़ी हैं। वहीं एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में छह से आठ महीने में अब तक 20 से ज्यादा डॉक्टर इस्तीफा देखकर नौकरी छोड़ चुके हैं। गुरुवार को मेडिकल के मानसिक रोग विभागाध्यक्ष डॉ. रवि राणा ने भी त्याग पत्र दे दिया। इससे पहले बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ. अमित उपाध्याय, यूरोलॉजिस्ट डॉ. अभिषेक जैन, प्लास्टिक सर्जन डॉ. भानू प्रताप, डॉ. वदंना समेत अन्य डाक्टर इस्तीफा दे चुके हैं।
srclh