मुख्यमंत्री ने ‘कौशाम्बी महोत्सव’ का उद्घाटन किया
स्कूल चलो अभियान तथा टीकाकरण कार्यक्रम का शुभारम्भ
मुख्यमंत्री ने 295 करोड़ रु0 से अधिक की
105 परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया
जनपद कौशाम्बी में नेशनल हाइवे के निकट
ट्रामा सेन्टर की स्थापना की जायेगी
मुख्यमंत्री ने पुरातात्विक स्थल घोषिताराम विहार का भ्रमण किया
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि जनपद कौशाम्बी में पर्यटन के क्षेत्र में विकास की अपार सम्भावनाएं हैं। यह अकेला जनपद है जो बौद्ध और रामायण सर्किट दोनों से जुड़़ा है। कौशाम्बी को एक महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा। इसके लिए ठोस कार्ययोजना तैयार की जायेगी और आने वाले दिनों में कौशाम्बी अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के पर्यटन के केन्द्र के रूप में स्थापित होगा।
मुख्यमंत्री आज जनपद कौशाम्बी के मुख्यालय मंझनपुर में ‘कौशाम्बी महोत्सव’ का उद्घाटन करने के उपरान्त एक जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भगवान बुद्ध से सम्बन्धित 06 महत्वपूर्ण स्थल-कपिलवस्तु, श्रावस्ती, कुशीनगर, सारनाथ, संकिसा और कौशाम्बी हैं। कौशाम्बी में जैन धर्म, माँ शीतला शक्तिपीठ, सूफी सम्प्रदाय से सम्बन्धित स्थल भी प्रमुख हैं। यहां पर्यटन की अपार सम्भावनाओं को तलाशने की दिशा में कार्य प्रारम्भ हो गया है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी द्वारा 295 करोड़ रुपये से अधिक की 105 परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया गया। महोत्सवों के आयोजन की उपादेयता पर मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इससे स्थलीय विकास के लिए ऊर्जा प्राप्त होती है। साथ ही, क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए यह महत्वपूर्ण हेतु का काम करते हैं। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री जी ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति श्री सुरेन्द्र कुमार सिंह व डाॅ0 राजेन्द्र त्रिपाठी रसराज को कौशाम्बी रत्न से सम्मानित किया। साथ ही, कौशाम्बी महोत्सव से सम्बन्धित स्मारिका का भी विमोचन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद कौशाम्बी में नेशनल हाइवे के निकट एक ट्रामा सेन्टर की स्थापना की जायेगी।
योगी जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश में विकास की धारा प्रवाहित हो रही है। पूरी दुनिया में भारत को नया सम्मान प्राप्त हो रहा है। केन्द्र सरकार के कार्यक्रमों का अनुसरण करते हुए राज्य सरकार जनसामान्य के कल्याण के लिए सतत प्रयासरत है। प्रदेश सरकार ने जहां सीमान्त एवं लघु किसानों के एक लाख रुपये तक के फसली ऋण माफ किये, वहीं कृषकों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य दिलाने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोत्तरी भी की गई है। राज्य सरकार बिना भेदभाव के 04 लाख नौजवानों को नौकरी देने जा रही है। एक वर्ष के अपने कार्यकाल में प्रदेश सरकार ने 08 लाख, 85 हजार गरीबों को आवास, 32 लाख को विद्युत कनेक्शन, 40 लाख को व्यक्तिगत शौचालय उपलब्ध कराया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बेसहारा और कमजोर वर्गो की सुरक्षा पर राज्य सरकार विशेष ध्यान दे रही है। अपराध और भ्रष्टाचार के प्रति सरकार की नीति जीरो टाॅलरेन्स की है। राज्य सरकार अपराध और भ्रष्टाचार से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करेगी। अपराधियों और भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों के विरूद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई करने का निर्देश अधिकारियों को दिया गया है।
इस अवसर पर पर्यटन मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी, स्टाम्प एवं पंजीयन मंत्री श्री नन्द गोपाल नन्दी, ग्रामीण विकास राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) डाॅ0 महेन्द्र सिंह, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) श्रीमती अनुपमा जायसवाल, सांसद श्री विनोद सोनकर सहित जनप्रतिनिधिगण, बौद्धधर्म गुरू रिंन पोंछे, शासन-प्रशासन के अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित थे।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने कौशाम्बी स्थित पुरातात्विक स्थल घोषिताराम विहार का विस्तृत भ्रमण किया एवं ऐतिहासिक जानकारियां प्राप्त की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने स्कूल चलो अभियान तथा टीकाकरण कार्यक्रम का शुभारम्भ भी किया। उन्होने स्कूल चलो अभियान के अन्तर्गत 05 बच्चों को स्कूल यूनिफार्म, बैग व पुस्तकों का वितरण किया। इसके अलावा आंगनबाड़ी केन्द्र के 05 बच्चों का अन्न प्राशन संस्कार भी मुख्यमंत्री के कर कमलों से सम्पन्न हुआ। मुख्यमंत्री जी ने स्वास्थ्य विभाग की 05 आशा बहुओं को स्वास्थ्य किट वितरित किया और सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 05 महिला स्वच्छाग्राहियों को स्वच्छता किट प्रदान किया। साथ ही, उन्होने कौशल रथ को हरी झण्डी दिखाकर कार्यक्रम स्थल से रवाना भी किया।
कार्यक्रम स्थल पर आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भगवान बुद्ध ने कौशाम्बी में दो चतुर्मास छठा और नवां किया था। स्कूल चलो अभियान की सफलता की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने वर्तमान सत्र से एनसीईआरटी में तर्ज पर आधुनिक व सांस्कारिक शिक्षा देने की व्यवस्था की है। इसके अलावा, कुपोषण के खिलाफ प्रदेश सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए इसे जड़ से समाप्त करने का संकल्प लिया है। इसके लिए राज्य सरकार के 05 विभाग मिलकर कार्य कर रहे हैं। कार्यक्रम को बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) श्रीमती अनुपमा जायसवाल ने भी सम्बोधित किया।