मेरठ 28 सिंतबर। बारिश खुब पड़ी इसलिए मंडल में कही सुखे के आसार नजर नही आ रहे उसके बावजूद प्रदेश के दुग्ध विकास सांस्कृतिक अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ व हज मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी द्वारा सुखें की समीक्षा हेतु मंडलीय बैठक कमिश्नरी सभागार में आहुत की गयी जिसमें कमिश्नरी के सभी जिलों के कृषि सहित मंत्री जी के सभी विभागों के अधिकारियो के साथ साथ छः जिलों के एडीएम फाइंनेंस तो पहुंचे ही, कैंट के भाजपा विधायक श्री सतप्रकाश अग्रवाल शहर के सभा विधायक रफीक अंसारी और सपा जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह सहित अनेक जनप्रतिनिधि भी मंत्री जी से मिलने मीटिंग हाॅल में पहुंचे लेकिन तीन बजें रखी गयी मीटिंग में चैधरी साहब 4ः15 बजें तक सभागार में नही पहुंचे थे।
मीटिंग हाॅल में मौजूद जनप्रतिनिधि एक दुसरे से चर्चा कर रहे थे की अगर मंत्री जी को देर से आना था तो मीटिंग तीन की बजाय 4 बजें रखनी चाहिए थी।
बताते चले की प्रदेश में विपक्षी दल भाजपा सरकार पर विकास कार्य और घोषणा के अनुसार काम ना होने तथा जनता की ना सुने जाने की शिकायतों के आरोप लगाते रहते है। सवाल यह उठता है की जब मंत्री बैठक बुलाकर समय से नही पहुंचेगे और अधिकारी उनकी मीटिंग में भाग लेने हेतु 1 घंटे पहले पहुंचे जायेगे तो दफ्तर में जनता की समस्याएं कहां से सुनेगें। चित्र में मंत्री जी का इंतजार करते अधिकारी व सपा विधायक तथा उनके स्वागत के लिए खाली पड़ी कुर्सिया नजर आ रही है। मुख्यमंत्री जी ऐसी परिस्थितियों में कैसे पूरी होगी आपकी घोषणाएं और कैसे होगा जनसस्याओं का समाधान।ऐसे ही मिलते है विपक्ष को सरकार पर असफलता के आरोप लगाने के मौके।
