मेरठ 18 सितंबर। शहर से कई बार विधायक रहे दबंग और जनाधार वाले उत्तर प्रदेश भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेई ने गत शनिवार को नगर आयुक्त श्री मनोज चैहान व मुख्य अग्नि शमन अधिकारी अजय कुमार शर्मा से मिलकर पूछा की पूराने शहर में जो फायर हाईटेंड स्थापित थे वे अब सड़कों में दब गए है। आखिर पुराने शहर में आग लगी तो कैसे बुझेगी।
खबर पढ़कर कई नागरिक यह कहते सूने गए कि वाजपेई भी यह सवाल नगरायुक्त ओर अग्नि शमन अधिकारी से पूछने के बजाए उन लोगों से पूछना चाहिये जो विभिन्न नामों से शहर में बढ़ रहे अवैध निर्माणों को बढ़ावा देने के साथ साथ शहर की छोटी छोटी गलियों में बढे बढ़े भव्य काॅमर्शियल निर्माण कराने में लगे है और समय असमय भजापा नेताओं के साथ अपने फोटो लगाकर बड़े हाॅर्डिग्स सड़कों पर लगवाते हैं और जब संबंधित अधिकारी जो समस्या अपने उठाई ऐसी बातों को लेकर अवैध निर्माण व अतिक्रमणाओं के खिलाफ कार्रवाई करते हैं तो हमारे पार्षद विजय आनंद अग्रवाल जी आदि सामने आकर खड़े ही नहीं होते। मेरठ विकास प्राधिकरण बोर्ड बैठक में भी इनके समर्थन में दमदारी से सवाल उठाते है जबकि सब जानते हैं कि जो अवैध निर्माण चल रहे है। वो शहर के व्यापारियों व नागरिकों के लिये बुरी तरह हानिकारक है। उनसे पूछा जाए कि अगर पुराने शहर में आग लग गई तो कैसे बुझेगी। फायर हाईटेंड तो सही होने चाहिये आपकी यह मांग तो बड़ी उचित है। स्मरण रहे कि भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी जी शनिवार 16 सितंबर को नगरायुक्त मनोज चैहान एवं मुख्य अग्निशमन अधिकारी अजय कुमार शर्मा से मिले। उन्होंने दोनों अधिकारियों से मांग की कि पुराने शहर में जो फायर हाईडेंट स्थापित थे वे अब सड़कों में दब गए हैं। अधिकांश अब बंद पड़े हैं, उन्हें फिर चालू से किया जाए। उनका कहना था कि शहर की सड़कें कई बार बनने के कारण हाईडेंट नीचे दब गए हैं। इस कारण फायर बिग्रेड की गाड़ियों को कहीं भी आग लगने पर पानी भरने में परेशानी आती है। उन्होंने कहा कि शहर में बने हाइडेंट को चिन्हित करके चालू कराया जाए। जहां जरूरत है वहां पर नए सिरे से सर्वे कराया जाए। दोनों अधिकारियों ने इस पर शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन भी उन्हे दिया गया। – दैनिक केसर खुशबू टाईम्स से सहभार
वाजपेई जी! नगरायुक्त से इनसे पूछिए आग लग गई तो कैसे बुझेगी?
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