मेरठ, 03 फरवरी (प्र)। मेरठ विकास प्राधिकरण को अब एमडीए नहीं मेडा कहा जाएगा। यही नहीं प्राधिकरण का लोगो भी बदलेगा। उपाध्यक्ष ने मेडा नाम का प्रस्ताव और प्राधिकरण का नया लोगो मंडलायुक्त से पास भेज दिया है। मंडलायुक्त की स्वीकृति मिलते ही प्राधिकरण के सभी साइन बोर्ड बदल दिए जाएंगे।
अधिकारियों के अनुसार मेरठ विकास प्राधिकरण को संक्षेप में एमडीए बोलते हैं। यह शब्द लोगों की जुबान पर नहीं चढ़ पाता है, इसलिए बड़ा अटपटा उच्चारण होता है। जिसके चलते उपाध्यक्ष ने तय किया है कि मेरठ के अंग्रेजी शब्द एम के साथ ई जोड़ दिया जाए। ई को जोड़ने से उच्चारण मेडा हो जाएगा, जो लोगों की जुबान पर आसानी से चढ़ेगा। चूंकि रैपिड ट्रेन का संचालन होने से दिल्ली और नोएडा की दूरी कम हो जाएगी, इसलिए नोएडा की तर्ज पर एमडीए का नाम मेडा करना उचित होगा। उपाध्यक्ष के निर्देश पर टाउन प्लानर ने प्राधिकरण का नया आकर्षिक लोगो बनवाने के आदेश किए। उपाध्यक्ष के आदेश पर टाउन प्लानर से मेडा का नया लोगो बनवा लिया है।
गत बुधवार को नया लोगो बनकर आया, जिसे उपाध्यक्ष ने स्वीकृति दे दी। गत दिवस नया लोगो मंडलायुक्त से पास भेज दिया गया। एमडीए उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय ने बताया कि मेडा शब्द लोगों की जुबान पर आसानी से चढ़ेगा, इसलिए बदलाव किया जा रहा है।
एमडीए अब कहलाएगा मेडा, बदलेगा लोगो
loading...