कमिश्नर डॉ. प्रभात कुमार के आदेश पर आबूनाले के बाद अब ओडियन नाले को लेकर भी नगर निगम ने कार्रवाई शुरू कर दी है। सोमवार को कमिश्नर के आदेश पर ओडियन नाले पर अतिक्रमण करने वाले लोगों के चिन्हांकन का काम शुरू हो गया। कुल 74 अतिक्रमणकारियों को चिह्नित कर 20-20 हजार रुपये जुर्माना लगाने का आदेश दिया गया है।
एनजीटी के आदेश के तहत मेरठ में आबू नाला और ओडियन नाले से काली नदी और काली नदी से गंगा प्रदूषित हो रही है। कमिश्नर को इस मामले में नोडल अधिकारी बनाकर कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। कमिश्नर ने पहले आबू नाले किनारे अतिक्रमण हटाकर पौधरोपण कार्य शुरू कराया। अब ओडियन नाले के क्षेत्र का भी भ्रमण कर कार्रवाई का निर्देश दिया है।
शनिवार को कमिश्नर ने ब्रह्मपुरी से पुराना कमेला तक ओडियन नाले का निरीक्षण किया था। उन्होंने निगम अधिकारियों को अतिक्रमकारियों को चिह्नित कर जुर्माने के लिए नोटिस का आदेश दिया था। सोमवार को नगर निगम के सम्पत्ति अधिकारी राजेश सिंह, मुख्य अभियंता कुलभूषण वाष्ण्रेय के नेतृत्व में निगम टीम ने अतिक्रमणकारियों का सर्वे शुरू कराया।
पहले दिन 74 अतिक्रमणकारी चिह्नित किए। इन सभी पर किसी न किसी तरह ओडियन नाले पर अतिक्रमण कर प्रदूषित करने का आरोप है। सम्पत्ति अधिकारी ने बताया कि इन सभी को 20-20 हजार जुर्माने का निर्देश दे दिया गया है। सर्वे अभी जारी रहेगा। डेयरियों पर भी शिकंजाउधर, शहर में चल रहीं डेयरियों पर भी नगर निगम ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। अब तक 135 डेयरियों को भी एनजीटी के आदेश का हवाला देकर 20-20 हजार रुपये जुर्माने का नोटिस जारी किया गया है।
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