मेरठ 16 अक्टूबर। एन0सी0आर0 क्षेत्र में वायु प्रदूशण के बढते स्तर को निराकरण किए जाने हेतु जिलाधिकारी समीर वर्मा ने आज बचत भवन सभागार में सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि खेतों में धान व गेहॅू आदि की पुराल जलाने ,निर्माण स्थलों में धूल आदि ,ईंट भट्टो से प्रदूषित धुओं व अन्य कारणों से वायु प्रदूशण की समस्या होती है, जिसका निराकरण बहुत जरुरी है । उन्होंने सम्बन्धित विभागीय अधिकारी को निर्देषित किया कि वे शासन से प्राप्त गाइड लाईन के अनुरुप अपनी-अपनी विभागीय कार्ययोजना तैयार कर उसका धरातल पर क्रियान्वयन सुनिश्चित करें । उन्होंने कहा कि इसके लिए जनसामान्य को जागरुक किया जाना बेहद जरुरी है, जिसके लिए स्कूल, काजिजो में चित्रकला व वाद विवाद प्रतियोगिता आयोजित करायी जाय तथा व्यापक स्तर पर होर्डिग,बैनर आदि के माध्यम से प्रचार-प्रसार कराकर आम जन को इसके प्रति जागरुक कराया जाय ताकि वे वायु प्रदूषण के कारणों को जानकार इससे स्वंय बचे और अन्य लोगों को भी इसके प्रति जागरुक कर सकें । जिलाधिकारी ने बैठक में क्षेत्रीय अधिकारी उ0प्र0 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को निर्देषित किया कि वे वायु प्रदूषण के सम्बन्ध में सम्बन्धित विभागों से समन्वय बनाकर ग्रेडेेड रिस्पान्स एक्षन प्लान के 42 बिन्दुओं पर कार्यवाही करायें । उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देषित किया कि वे गाईड लाइन के तहत एक्शन प्लान तैयार कर किसानों को पुराल को खेतों में न जलाया जाय तथा उसके जलाने से होने वाले नुकसान से उन्हें जागरुक करें तथा इसके क्रियान्वयन हेतु अपनी विभाग की प्लान तैयार कर उसका क्रियान्वयन सुनिश्चित करें । उन्होंने निर्माण से जुडे विभागों को भी निर्माण साईडों पर मानकों का अनुपालन कराने हेतु सम्बन्धित को आवश्यक निर्देश दिए । इस अवसर पर उप जिलाधिकारी सदर सुश्री निषा,जिला कृषि अधिकारी प्रमोद सिरोही, सहायक पर्यावरण अभियन्ता स0आर0मौर्या, सहायक वैज्ञानिक अधिकारी योगेन्द्र कुमार, नगर षिक्षा अधिकारी, एम0डी0ए0,नगर निकायों सहित सम्बन्धित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे ।
वायु प्रदूषण के निराकरण हेतु जन सहभागिता जरुरी : जिलाधिकारी
loading...