मेरठ 25 अक्टूबर। स्मार्ट मेरठ कैंट के दावे करते हुए छावनी परिषद के अधिकारी थक नहीं रहे हैं। लगता है कि उनकी निगाह में माल रोड आदि ही कैंट है। वरना छावनी के आठो वार्डाें में गंदगी की जो स्थिति है वो किसी से छिपी नहीं है। तमाम बीमारियां उत्पन्न हो रही है। इसका उदाहरण छावनी के डाॅक्टरों के यहां शाम को मरीजों की यहां जुटने वाली भीड़ से लगाया जा सकता है। सबका इसके बारे में एक ही कहना होता है कि गंदगी से पैदा होने वाले मच्छरों के कारण बीमारियां हुई लेकिन पता नहीं क्या कारण है कि स्मार्ट कैंट की दुहाई देने वाले अधिकारियों का इस ओर ध्यान क्यों नहीं जा रहा वो और खुद छावनी के आठों वार्डाें का निरीक्षण कर अगर कहीं गंदगी नजर आती है तो उसको साफ कराने का प्रयास क्यों नहीं कर रहे है।
खैर यह तो रही गंदगी की बात। लेकिन आये दिन हादसों का कारण बन रहा चित्र में नजर आ रहा यह गहरा गडढा पिछले लगभग 15 दिनों से खुला पड़ा है। चर्चा है कि कैंट की घनी आबादी वाले वार्ड पांच और चार के बीच तिलक पार्क सांई मंदिर चैक पर बीचो बीच सडक में खुला पड़े इस गहरे गड्ढे में गाडियां गिर चूके और लाईट जाने पर दोपहिाय वाहन चालक भी गड्ढे में गिर कर घायल हो गए। मगर क्योंकि सब भाजपा नेता अंकुर गोयल जैसे जन परेशानियों के विरूद्ध आवाज उठाने वाले नहीं होते और यह सोचकर रह जाते हंै कि शोर मचाने से क्या होगा इसलिये उपचार कराओ और अपने काम से लग जाओ। लेकिन लगता है कि कैंट बोर्ड अधिकारियों को यहां किसी घटना का इंतजार है वरना गहन आबादी वाले क्षेत्र में सड़के के बीचो बीच खुले पडे इस गड्ढे को अच्छी प्रकार से ढंकने की व्यवस्था की जाती। एक छोटा पत्थर डालकर जो डालने के कुछ देर बाद ही टेढा हो गया हादसो को और न्यौता देने लगा और इसके सारे नहीं छोड़ते। देखना यह है कि क्षेत्र के जागरूक नागरिक अफसरों से मिलकर इसको कब तक ठीक करा पाते है।
गदंगी से उत्पन्न मच्छरों से परेशान नागरिकों के लिये, हादसों का सबब बना है तिलक पार्क पर सड़क के बीच खुला यह गड्ढा
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