सरकार ने पशुपालकों के उत्थान हेतु संचालित की है अनेकों योजनाएं-सीडीओ
मेरठ: पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु आरोग्य शिविर का आयोजन ग्राम चितवाना शेरपुर विकास खण्ड परीक्षितगढ में किया गया। उक्त शिविर/मेले का शुभारम्भ मुख्य अतिथि सांसद कुवर भारतेन्द्र सिंह बिजनोर लोकसभा एंव विशिष्ट अतिथि माननीय विधायक दिनेश खटीक विधान सभा हंस्तिनापुर द्वारा गोपूजन कर एवं फीता काटकर किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आर्यका अखौरी, सयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग लखनऊ डा0 एस0सी0गुप्ता, अपर निदेशक-2 पशुपालन विभाग मेरठ मण्डल मेरठ डा0 एस0के0श्रीवास्तव एंव मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 ऐ0के0सिंह आदि गणमान्य उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सांसद कुवर भारतेन्द्र सिंह ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि एंव पशुपालन का विशेष महत्व है । सकल घरेलु कृषि उत्पाद में पशुपालन विभाग 09 प्रतिशत योगदान है, जिसमें दुग्ध ऐसा उत्पाद है जिसका योगदान सर्वाधिक है। भारत में विश्व की कुल संख्या का 15 प्रतिशत गाय एंव 55 प्रतिशत भैंस है। और देश के कुल दुग्ध उत्पादन का 53 प्रतिशत भैसों से व 43 प्रतिशत गायों से प्राप्त होता है। अर्थव्यवस्था में पशुपालन विभाग बहुत ही महत्तवपूर्ण स्थान रखता है देश की लगभग 70 प्रतिशत आबादी कृषि एंव पशुपालन पर निर्भर करती है। देश के अधिकंाश पशुधन, आर्थिक रूप से निर्बल वर्ग के पास है। जनपद मेरठ में लगभग 8 लांख गोवंशीय एंव महिषवंशीय पशु है। छोटे भूमिहीन तथा सीमान्त किसान जिनके पास फसल उगाने एंव बडे पशुपालने के अवसर सीमित हैं छोटे पशुओं जैसे भेड बकरियां, डेरी व्यवसाय, सूकर पालन, एंव मुर्गीपालन रोजी रोटी का साधन व गरीबी से निपटनें का आधार है।
मेले में विधायक दिनेश खटीक ने सरकारी योजनाओं को धरातल पर लाने हेतु प्रचार प्रसार पर कराने एवं पशुपालन विभाग द्वारा आयोजित किये गये पशु आरोग्य मेले की भूरी भूरी प्रशन्सा की। उन्होंने ग्राम में पशु चिकित्सालय खुलवाने का भी दिया तथा किसानों की अमूल्य उपस्थिति पर उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि पशुपालक भाई उन्नत विधि अपनाकर पशुओं से अपनी आय बढाने तथा गौशालाओं की क्षमता बढाने एवं चारागाह विकसित करने की आवश्यकता बतायी।
मुख्य विकास अधिकारी आर्यका अखौरी ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा जनपदों में डेरी एंव कुक्कुट पालन की इकाई स्थापित करने की योजना संचालित है, जो बैक ऋण पर ब्याज मुक्त योजना हैं। आज हमारे जनपद में 12 कामधेनु, 30 मिनी कामधेनु एवं 47 माइक्रो कामधेनु डेरी संचालित है, जिससे जनपद में लगभग 22500लीटर दुग्ध का उत्पादन प्रतिदिन में वृद्धि हुई हैै। साथ ही 13 इकाई 30 हजार पक्षियों के कुक्कट पालन की संचालित है, जिनसे लगभग 250000 अण्डा उत्पादन प्रतिदिन हो रहा हैं।
उन्होंने बताया कि आज पषु पालन विभाग में प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न योजनाऐ संचालित हो रही है, जिनसे कृषकों को उनके द्वार पर ही लाभ प्रदान किया जा रहा है। जैसे बहुउद्देश्य सचल चिकित्सा वाहन जिससे कृषक के द्वार पर ही चिकित्सा का कार्य किया जा रहा है। साथ ही जनपद की ग्राम /न्याय पंचायतों में प0दन दयाल उपाध्याय आरोग्य शिविर/मेलों का संचालन किया जा रहा है जिससे किसान भाईयों को सीधे फायदा मिल रहा है। जनपद में ब्लाक स्तरीय पशु आरोग्य मेलो/शिविरो का संचालन भी किया जा रहा है। जिससे शिविरों में ही पशुओं का अत्याधुनिक उपकरणों द्वारा उपचार किया जा रहा है।
.. मेले में पशुपालन के माध्यम से सरकार की मंशानुसार पशुपालकों/कृषकों की आय दुगुनी करने विषयक पशुपालकों को सुझाव दिये गये उक्त अवसर पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0ए0के0सिंह द्वारा पशुओं में नस्ल सुधार उन्नत पशुपालन हेतु जागरूक करने के लिए विभागीय योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया गया, तथा पशुओं की उत्पादकता में वृद्धि लाने हेतु हरे चारे का प्रयोग, समय-समय पर संक्रामक रोगों से बचाव हेतु टीकाकरण कराने हेतु परामर्श दिया गया। डा0 मैत्रे, डा0 आर0के0सिंह वैटनरी कालेज मेरठ, डा0 राजपाल सिंह मु0प0चि0अ0 बागपत एंव डा0 के0के0नागर पशु चिकित्साधिकारी हापुड द्वारा मंच पर उपस्थित रहकर किसानों/पशुपालकों को पशु प्रजनन एंव पशुओं को समय से गर्भित कराने हेतु डेरी उद्योग एंव किसानों की आय को दोगुना करने के उपाय बतायें गयें।
उक्त मेले में सांसद कुवर भारतेन्द्र सिंह, विधायक दिनेश खटीक एवं मुख्य विकास अधिकारी आर्यका अखौरी द्वारा जनपद मेरठ के कामधेनु लाभार्थी कपिल शर्मा पांचली, भानूप्रताप सिंह कुशावली, कपिल कुमार मुनसबगढ, अशोक कुमार चितमाना शेरपुर, विक्रम सिंह खेडी, अर्जुन गौतम आसिफाबाद एंव कुक्कुट विकास योजनान्तर्गत विनय कुराली, सौरभ कंसल, सौरभ चैधरी एंव मण्डल से जनपद हापुड, बुलन्दशहर, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद एंव बागपद से आये कामधेनु एंव कुक्कुट इकाईयों के लाभार्थियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित गया।
चिकित्सा शिविर में 4101 विभिन्न प्रकार पशु गाय, भैंस, भेड, बकरी, घोडे एंव कुत्तों का परीक्षण सक्रामक रोगों से बचाव हेतु टीकाकरण किया गया, विश्ेाष रूप से अल्ट्ासाउण्ड मशीन द्वारा 260 पशुओं का परीक्षण पशुपालकों के आरक्षण का केन्द्र रहा, जिसमें सूक्ष्म बीमारी बाझपन के कारण का पता किया गया। उक्त कार्य हेतु डा0 लखविन्दर सिंह, उ0मु0प0चि0अधिकारी मवाना, डा0 जयप्रकाश उ0मु0प0चि0अधिकारी सरधना एंव डा0 वेदप्रकाश उ0मु0प0चि0अधिकारी सदर एंव डा0 वारिस हयात सैफी पशु चिकित्साधिकारी परीक्षिगढ, डा0 के0के0गुप्ता, डा0के0के0राणा, डा0बी0पी0एस0यादव, डा0राजेन्द्र सिंह, डा0 कमल सिंह, डा0देवेन्द्र सिंह, डा0 अजय कुमार, डा0 वीरेन्द्र सिंह, डा0 अरूण कुुमार, एंव अन्य विभागीय डाक्टरों द्वारा सहयोग प्रदान किया गया।
परीक्षण के दौरान पशुओं में विटामिन व पोषक तत्व (मिनरल) की कमी पायी गयी। जिसकी वजह से बांझपन की समस्या व दुग्ध उत्पादकता में कमी की समस्या उत्पन्न हो रही है। इसके निवारण हेतु 25-50 ग्राम उच्च गुणवत्ता का मिनरल मिक्चर या 50 ग्राम खडिया व 25 ग्राम नमक का मिश्रण प्रतिदिन दिया जाना चाहिए, साथ ही पेड के कीडों हेतु 6 माह के अन्तराल पर पशु चिकित्सक की सलाह अनुसार दवापान कराना आवश्यक है। शिविर में पशुओं के चिकित्सा सम्बन्धी समस्याओं के निवारण हेतु विशेषज्ञ चिकित्सकों की स्थल पर ही परीक्षण कर निशुल्क दवाई वितरण की गयी।
अन्त में डा0 एस0के0 श्रीवास्तव द्वारा मेले में आये किसानों, गणमन्यों, पशुपालकों का आभार व्यक्त किया गया। इस अवसर पर माननीय नगर पालिका अध्यक्ष अमित मोहन गुप्ता एंव के0पी0 खुंटी ब्लाक प्रमुख, डा0 प्रशान्त सत्य, डा0 प्रमोद कुमार उ0मु0प0चि0अ0, डा0 भूदेव सिंह उ0मु0प0चि0अ0 एंव डा0 उज्मा, डा0 मनीषा चैधरी, डा0 साक्षी चैहान एंव डा0 स्नेहल निर्वाण एंव विभाग के पशुधन प्रसार अधिकारी एंव वैटनरी फार्मासिस्ट भी उपस्थित रही।