मेरठ 06 अगस्त (प्र)। ट्रांसमिशन और वितरण बिजलीघरों के ऑटोमैटिक संचालन के लिए पावर कॉरपोरेशन अफसरों ने कवायद शुरू कर दी है। ट्रांसमिशन अफसर अगले दो वर्षों में कुछ बिजलीघरों से इसकी शुरुआत करने की तैयारी में जुट गए हैं। ऑटोमैटिक संचालन के बाद अफसरों का दावा है कि कंट्रोल रूम से निगरानी और बिजलीघरों का संचालन किया जाएगा।
पश्चिमांचल में पीवीवीएनएल प्रबंधन ने पीवीवीएनएल विजन-2030 तैयार किया है, इसमें पहले नंबर पर बिजलीघरों के ऑटोमैटिक संचालन को रखा है। ट्रांसमिशन और वितरण के बिजलीघर सीसीटीवी कैमरों और सॉफ्टवेयर से लैस किए जाएंगे। इनकी निगरानी कंट्रोल रूम से की जाएगी। पावर कॉरपोरेशन सूत्रों की मानें तो अगले दो से तीन साल में इसे अमली जामा पहना दिया जाएगा। पश्चिमांचल में बिजलीघरों के ऑटोमैटिक संचालन को विजन 2030 में शामिल किया गया है। जिस तरह की तैयारियां हैं, कंट्रोल रूम से ही सीसीटीवी से निगरानी और सॉफ्टवेयर से जरिए बिजलीघर के संचालन का कार्य किया जाएगा।
पश्चिमांचल की जनसुनवाई में रखा था विजन-2030
पिछले दिनों मेरठ में पश्चिमांचल की जनसुनवाई में एमडी पीवीवीएनएल ईशा दूहन ने उत्तर प्रदेशनियामक आयोग के समक्ष पश्चिमांचल का विजन 2030 रखा था। इसमें चार प्रमुख बिंदुओं पर फोकस किया था। इनमें शत प्रतिशत बिजलीघर अनमँड, उपभोक्ता सर्विस, बिजली आपूर्ति नेटवर्क शामिल था।
पीवीवीएनएल विजन : 2030
शत प्रतिशत अनमैंड सब स्टेशन, बिजलीघरों का ऑटोमैटिक संचालन।
इलेक्ट्रिक नेटवर्क 60 प्रतिशत भारिता के साथ (एन-1) रिटेडेन्सी तथा एसएआईपी /एसएआईडीआई में सुधार उपरांत निर्वाध बिजली आपूर्ति ।
उपभोक्ता सेवा 1912, सोशल मीडिया, सीजीआरएफ एवं अन्य माध्यमों से प्राप्त शिकायतों का गुणवत्ता पूर्ण एवं ससमय निस्तारण ।