मेरठ 26 अप्रैल (प्र)। पिछले चार दशकों से रेलवे की मंजूरी न मिलने के कारण अटकी पानीपत-मेरठ रेलवे लाइन का जल्द निर्माण शुरू होने की संभावना है। रेलवे ने 104 किमी रेलवे प्रोजेक्ट के लिए 1097 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। इस रूट पर रोज यात्रा करने वाले लोगों को सुलभ व्यवस्था मिल सकेगी। हरियाणा के औद्योगिक जनपद पानीपत को स्पोर्ट्स नगरी मेरठ से रेलवे लाइन से जोड़ने के लिए पिछले करीब चार दशक में कई बार रेलवे ने योजनाएं बनाई गई, लेकिन धन जारी नहीं होने के कारण हर बार यह योजना लटक जाती थी। वर्ष 2015-16 के रेल बजट में तत्कालीन रेलमंत्री सुरेश प्रभू ने 104 किमी पानीपत-मेरठ नई रेलवे लाइन के निर्माण की घोषणा की थी, जिससे न केवल हरियाणा और उत्तर प्रदेश के दो नगरों के बीच सीधा रेल संपर्क जुड़ सकेगा, बल्कि हरियाणा, राजस्थान, पंजाब आदि का पूर्वोत्तर तक आवागमन सुलभ हो सकेगा। हालांकि पहले यह लाइन बिछ जाती, तो रेलवे का खर्च कम होता।
पानीपत-मेरठ के बीच रेल लाइन बिछाकर यात्रियों और व्यापारियों को राहत होगी। रेलवे के सर्वेक्षण में करीब 104 किलोमीटर रेल लाइन बिछाने के लिए रेलवे ट्रैक, भवन, पुलों, जमीन आदि पर आने वाले खर्च का करीब 947 करोड़ 86 लाख रुपये खर्चा आने का आंकलन किया गया था। रेलवे ट्रैक के रूट को लेकर विगत करीब पांच वर्षों के दौरान कई सर्वेक्षण कराए गए, जिसके बाद रेलवे ने रूट को अपनी मंजूरी दे दी थी। जिसके बाद इस वर्ष के बजट में 104 किलोमीटर लंबी मेरठ-पानीपत नई रेल लाइन के निर्माण के लिए 1097 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।