मेरठ 23 अप्रैल (प्र)। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा में मेरठ के मेधावियों ने एक बार फिर शानदार प्रदर्शन किया है। मेरठ से शिवानी मोहन ने आईएएस और अभिनव शर्मा ने आईपीएस बनने का सपना पूरा कर लिया। शिवानी मोहन ने 71वीं और अभिनव शर्मा ने 130वीं रैंक हासिल की है। शिवानी ने तीसरे प्रयास में जबकि अभिनव ने चौथे प्रयास में यह सफलता हासिल की है।
अभिनव के पिता इंस्पेक्टर रमेशचंद शर्मा ने बताया कि बेटे को हमेशा पढ़ने के लिए प्रेरित किया। बचपन में जब ट्रेन में जाते तो बेटे को जनरल बोगी में ले जाकर दिखाया करते कि देखो जो नहीं पढ़ते हैं, वो कैसे जीवन जीते हैं। फिर एसी बोगी दिखाकर कहते कि जो पढ़ते हैं उनका जीवन कैसे होता है।
रमेश चंद्र शर्मा बताते हैं कि उनके बेटे को दुनियादारी नहीं आती। अगर उनका बेटा अदरक लेने जाए और दुकानदार उनसे 500 रुपये मांग ले, तो वो उतने ही पैसे देकर चले जाएंगे। उनके बेटे को पढ़ाई के अलावा कुछ नहीं भाया नहीं। उन्हें आज तक आलू-प्याज-टमाटर का रेट तक नहीं पता है।
अभिनव बताते हैं कि उन्होंने बचपन से ही पिता को वर्दी में देखा। उनका सपना था कि वह सिविल सर्विस में जाएं। इसके चलते उन्होंने सिविल सर्विस को ही चुना। आईआईटी में एडमिशन होने के बाद उन्होंने घर वालों से कहा कि वह इंजीनियरिंग में नहीं सिविल सर्विस में करियर बनाना चाहते हैं, परिवार वालों ने उनकी हां में हां मिलाई तो वह तैयारी में जुट गए। दो बार असफलता मिली। तीसरी बार भारतीय पोस्टल सर्विस में चयन हुआ। इसके बाद भी वह लगातार जुटे रहे।
आखिरकार चौथे प्रयास में उनकी यूपीएससी में 130 में रैंक आ गई।
यूपी पुलिस में इंस्पेक्टर रमेश चंद शर्मा के परिवार में पत्नी शालिनी शर्मा गृहणी हैं। दो बेटे अभिषेक और अभिनव हैं। परिवार वर्तमान में बरेली में रहता है। वे मूल रूप से बदायूं दातागंज के पडेली गांव के रहने वाले हैं।
वहीं मेरठ की शिवानी ने यूपीएससी में 71वीं रैंक लाकर परिवार और शहर का नाम रोशन किया है।
रुड़की रोड गोल्डन एवेन्यू फेस-2 की रहने वाली शिवानी की माता डॉ. सीमा गुप्ता आरजी गर्ल्स पीजी कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। पिता सुशील कुमार भारतीय स्टेट बैंक दिल्ली में जीएम हैं। भाई शांतनु सेना में मेजर हैं। शिवानी का यूपीएससी में यह तीसरा प्रयास था।
शिवानी की 10वीं तक की पढ़ाई मेरठ के सोफिया गर्ल्स स्कूल से हुई। इसके बाद उन्होंने 11वीं और 12वीं दिल्ली के डीपीएस आरके पुरम से की। उन्होंने दिल्ली के मिरांडा हाउस से इकोनॉमिक्स ऑनर्स में ग्रेजुएशन किया। मिरांडा हाउस टॉप किया। दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में पोस्ट ग्रेजुएट किया। इसके बाद शिवानी का चयन इंडियन इकोनॉमिक्स सर्विस (आईईएस) में हो गया। इस दौरान उन्होंने जी-20 के डेलीगेशन में भाग लिया।
उन्होंने अपनी तैयारी जारी रखी। इसके बाद वे इंडियन डिफेंस अकाउंटस (आईडीएएस) में चयनित हो गईं। फिलहाल उनकी ट्रेनिंग चल रही है। शिवानी कहती हैं कि लगातार परिश्रम से सफलता जरूर मिलती है।
पिता सुशील कुमार बताते हैं कि बचपन से ही शिवानी का सपना आईएएस बनने का था। आईआईटी में भी सलेक्शन हो गया था, इसलिए इकोनॉमिक्स ऑनर्स में एडिमशन लिया था। शिवानी ने बिना कोचिंग के यह सफलता प्राप्त की है।