मेरठ 27 मई (प्र)। गर्मी बढ़ने के साथ बिजली की खपत बढ़ गई है और फाल्टों की संख्या भी बढ़ी है। शिकायतों के तुरंत निस्तारण और बिजली आपूर्ति की वास्तविकता जानने के लिए पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की प्रबंध निदेशक समेत 223 अधिकारियों ने 14 जनपदों में बिजली उपकेंद्रों का निरीक्षण किया। 31 कर्मियों को लापरवाही बरतने के आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है, जिनमें मेरठ के पांच अभियंता शामिल हैं।
एमडी ईशा दुहन ने निदेशक तकनीकि एनके मिश्र, मुख्य अभियंता आनंद प्रकाश और धीरज सिन्हा के साथ शनिवार रात लगभग 11रू30 बजे 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र सूरजकुंड और जागृति विहार उपकेंद्र का निरीक्षण किया। सूरजकुंड उपकेंद्र पर एमडी ने स्विच यार्ड, पावर ट्रांसफार्मर, 33 केवी स्विच गियर एवं कंट्रोल पैनल 11 केवी स्विच गियर की ट्रिपिंग, अभिलेख का निरीक्षण किया।
अवर अभियंता आरिफ खान से पावर ट्रांसफार्मर में तेल का स्तर, रेडियेटर, प्रोटेक्शन बोर्ड को लेकर पूछताछ की। इसके बाद एमडी जाग्रति विहार प्रथम उपकेंद्र पर पहुंची। यहां मौजूद एसएसओ ब्रजभूषण से डयूटी पर आने और जाने के समय की जानकारी ली तो उसने 16 घंटे ड्यूटी की बात स्वीकारी। इस पर नाराजगी जताते हुए एमडी ने मुख्य अभियंता को एसएसओ को बर्खास्त करने के लिए कहा। कहा कि एसएसओ और लाइन स्टाफ से निर्धारित समय के अनुसार ही कार्य कराया जाए, डबल शिफ्ट या अधिक समय कार्य करने से कोई भी विद्युत दुर्घटना घटित हो सकती है। शट डाउन रजिस्टर में अभिलेख पूर्ण नहीं पाए जाने पर एमडी ने अवर अभियंता उग्रसेन को कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश दिए।
एमडी ने राजस्व वसूली के माहवार लक्ष्य भी उपकेंद्रों पर चस्पा करने के लिए कहा। उपकेंद्र पर सुरक्षा उपकरणों, अग्निशमन उपकरणों और सामग्री का इंतजाम दुरुस्त रखने के लिए कहा।
गर्मी में इस बार लोड पिछले सीजन की तुलना में 44 प्रतिशत बढ़ गया है। एमडी ईशा दुहन ने बताया कि गत वर्ष पीक डिमांड 6,800 मेगा वाट थी, जबकि इस सीजन में यह 9,800 मेगावाट तक पहुंच गई है। ऐसी चुनौती पूर्ण परिस्थिति में भी विभाग पूरी क्षमता से प्रयास कर रहा है। फाल्टों का तत्काल समाधान सुनिश्चित करने के लिए मुख्यालय स्तर पर कंट्रोल रूम बनाया गया है। 9412749213 पर उपभोक्ता शिकायत कर सकते हैं।
इन्हें जारी हुए कारण बताओ नोटिस : ज्योति झा, उपखंड अधिकारी, विद्युत वितरण उपखंड बागपत रोड, गौरव त्यागी, अवर अभियंता, मोहिउद्दीनपुर, राजेश कुमार मौर्य, अवर अभियंता काजीपुर, शांतनु, उपखंड अधिकारी, काजीपुर समेत 31 अभियंताओं को नोटिस दिया गया है।