मेरठ 7 जुलाई। लिंग संतुलन बनाए रखने हेतु भू्रण हत्या रोकने के लिये केंद्र व प्रदेश की सरकारों द्वारा चलाए जाने वाले अभियान के क्रम में अब अपने शहर में भू्रण जांच करने वाले अल्ट्रासाउंड संचालकों की खैर नहीं होगी। बताते चले कि दूसरे प्रदेशों हरियाणा आदि से आकर भू्रण जांच के मामले पकड़ने मगर यहां के संबंधित अधिकारियों द्वारा चुप्पी साधे जाने से जो सवाल उठने शुरू हुए हैं उन्हे जिलाधिकारी अनिल ढिंगरा द्वारा जानकारी के अनुसार गंभीरता से लिया गया है।
इस क्रम में नगर मजिस्ट्रेट शैलेंद्र कुमार सिंह ने आज संबंधित अधिकारियों डाॅक्टर जीके मिश्रा नोडल पीसीपीएनडीटी एव आॅफिसर मेरठ व सहायक अधिकारी अजीरूददीन आदि को बुलाकर इस संबंध में विस्तार के साथ चर्चा की और निर्देश दिए की पूरी गहनता के साथ अल्ट्रासाउंड सेंट्रों की जांच की जाए अगर कोई कमी मिलती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। मगर इस मामले में जरा भी कोताही किसी भी स्तर पर बरती गई तो दोषी चाहे कोई भी हो बख्शा नहीं जाएगा।
सिटी मजिस्ट्रेट का कहना था कि जितने भी अल्ट्रासाउंड सेंटर चल रहे हैं जो सही हैं उन्हे परेशान न किया जाए। और जहां भी कोई सूचना भू्रण जांच व अन्य कमियां होने की प्राप्त हो तो उन्हे बक्शा नहीं जाना चाहिये। और इस मामले में बात कम परिणाम ज्यादा सामने लाने होंगे। क्योंकि समाज में लिंग संतुलन बनाए रखना बहुत ही आवश्यक हैं और इसके लिये हम सबको मिलकर करना है भरपूर प्रयास। सिटी मजिस्ट्रेट शैलेंद्र सिंह का कहना था कि काम योजनाबद्ध तरीके से सूचना एकत्रित की जाए और फिर इन सेंटरों पर जो सरकार की नीति के विरूद्ध काम कर रहे हैं उनके खिलाफ हर स्तर पर कार्रवाई की जाए।
भू्रण जांच करने वाले अल्ट्रासाउंड सेंटरों की अब खैर नहीं, सिटी मजिस्ट्रेट ने बुलाई संबंधित अधिकारियों की बैठक, छापामारी करने के दिये निर्देश
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