मेरठ 23 अगस्त (प्र)। यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा को लेकर मेरठ में कुल 36 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा केंद्रों पर थ्री लेयर सुरक्षा व्यवस्था के बीच परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। परीक्षा केंद्रों के गेट पर बायोमेट्रिक जांच के बाद परीक्षा कक्ष में एंट्री दी गई। परीक्षा कक्ष और केंद्र में सीसीटीवी से नजर रखी जा रही है। जिले में 1000 से अधिक नकलचियों के नंबर सर्विलांस पर लगाए गए हैं।
उत्तर प्रदेश पुलिस में आरक्षी, नागरिक पुलिस भर्ती परीक्षा आज यहां कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच हो रही है। पहली पाली की परीक्षा सकुशल संपन्न हो गई। सुबह की पाली में हुई परीक्षा में कई चर्चित मुद्दों व इतिहास से संबंधित सवाल पूछे गए थे।
इनमें एक सवाल था गुड्स एंड सर्विस टैक्स यानि जीएसटी के ब्रांड एंबेसडर के रूप में कौन चुना गया था। विकल्प के रूप में चार नाम दिए गए थे। इनमें शिल्पा शेट्टी, शाहरुख खान, अमिताभ बच्चन अथवा दीपिका पादुकोण। जिसका सही जवाब अमिताभ बच्चन रहा।
दूसरा सवाल- नोएडा, उत्तर प्रदेश के किस जिले में आता है। विकल्प के रूप में गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, मथुरा व गाजियाबाद दिए गए थे, जिसका सही विकल्प गौतमबुद्धनगर रहा।
तीसरा सवाल- विश्व डाक दिवस कब मनाया जाता है। विकल्प के रूप में 9 अक्टूबर, 3 अक्टूबर, 15 अक्टूबर और 10 अक्टूबर दिया गया था, जिसका सही उत्तर 9 अक्टूबर रहा।
पुलिस की परीक्षा देने आए छात्र-छात्राओं को परीक्षा केंद्र के अंदर जाने से पहले पुलिस महिला कांस्टेबल व पुरुष कांस्टेबल द्वारा छात्र-छात्राओं की सघन चैकिंग करने के बाद परीक्षा केंद्र के अंदर जाने की अनुमति दी गई। पुलिस द्वारा यह भी चेतावनी दी जा रही है कि परीक्षा देने आए छात्र-छात्राएं केवल तीन ही चीज परीक्षा केंद्र के अंदर ले जा सकते हैं एक आधार कार्ड, पैन और अपना एडमिट कार्ड। युवको के हाथ में बंधी राखियां, कलावे, ब्रासलेट आदि भी खुलवा दिए गए। सभी केंद्रों पर सुबह आठ बजे से एंट्री शुरू कर दी गई। कॉलेज के बाहर दोनों गेटों पर सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जा रही है।
सुबह की पाली की परीक्षा सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक हुई। परीक्षा केंद्रों पर सभी परीक्षार्थियों की सघन तलाशी लेने के बाद ही प्रवेश दिया गया। पहली पाली की परीक्षा में कुल 150 सवाल आए थे। यह सवाल कुल 300 अंकों के थे। 150 सवाल के लिए कुल 120 मिनट का समय दिया गया था। प्रत्येक सही सवाल के दो अंक निर्धारित किए गए थे, जबकि गलत उत्तर पर 0.5 की कटौती का प्रावधान किया गया था। परीक्षा में निगेटिव मार्किंग भी थी, इस कारण परीक्षार्थियों ने उन सवालों को छोड़ दिया जो उन्हें बिल्कुल नहीं आते थे।