Tuesday, December 24

कोलकाता कांड पर फूटा चिकित्सकों का गुस्सा, निकाले मौन जुलूस, स्वास्थ्य सेवाएं ठप

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मेरठ, 17 अगस्त (प्र)। कोलकाता में जूनियर डॉक्टर दुष्कर्म हत्याकांड के विरोध में आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में निजि चिकित्सक प्रदर्शन कर रहे हैं। मेरठ शहर के सभी 800 निजी चिकित्सक ओपीडी बंद रख प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं। ऐसे में चिकित्सा सेवा बाधित हो रही है। हालांकि इमरजेंसी सेवा अस्पतालों में जारी है। आज सुबह छह बजे प्रदर्शन में शामिल होकर 18 अगस्त सुबह 6 बजे तक शहर के सभी चिकित्सक ओपीडी कार्य का बहिष्कार करेंगे। सुबह शांति मार्च भी निकाला गया। यह मार्च आईएमए हॉल से शुरू होकर ईव्ज चौराहा, डीएन कॉलेज से जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा। जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया गया।

सचिव डॉ. नवनीत गर्ग ने कहा कि दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी के साथ त्वरित सुनवाई के अतिरिक्त अधिकतम सजा दी जानी चाहिए। स्वास्थ्य संबंधी कार्य करने वालों को विशेष सुरक्षा प्रदान करने के लिए कानून भी बनाया जाना चाहिए। डॉ. जेवी चिकारा ने कहा कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों को विशेष संरक्षित क्षेत्र घोषित किया जाना चाहिए। राष्ट्रीय चिकित्सा परिषद को सशक्त कर भारत में कहीं भी काम करने वाले मेडिकल छात्रों और सभी चिकित्सकों की सुरक्षा का विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन मेरठ के अध्यक्ष डॉ. संदीप जैन ने बताया कि कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई घटना निंदनीय हैं। हालांकि न्यायालय ने घटना का संज्ञान लेते हुए सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं। उसके बावजूद भी हमलावरों ने कॉलेज पर धावा बोल दिया। जो पश्चिम बंगाल की कानून व्यवस्था को आयना दिखाता हैं।

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