देहरादून 05 अक्टूबर। श्राद्ध पक्ष शुरू होने के साथ ही केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ गई है. स्थिति को देखते हुए मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश बंद कर दिया गया है. ऐसे में लोग अब सभा मंडप से ही बाबा केदार के दर्शन कर पा रहे हैं. दूसरी ओर इस रोकटोक को परंपरा के खिलाफ बताते हुए तीर्थ पुरोहितों ने मोर्चा खोल दिया है. चारधाम महापंचायत के उपाध्यक्ष और केदारनाथ के तीर्थ पुरोहित संतोष त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि वीआईपी को तो गर्भ गृह में एंट्री दी जा रही है, लेकिन आम भक्तों पर सख्ती की जा रही है.
उन्होंने बताया कि श्राद्ध पक्ष में यहां बाबा केदार के दरबार में पूजन का विशेष महत्व है. इसके लिए दूर दूर से लोग यहां आते हैं. बाबा के दर्शन के लिए लोग रात में दो बजे से ही लाइन में लग जा रहे हैं, लेकिन उन्हें भीड़ अधिक होने की बात कहकर सभा मंडप से आगे नहीं जाने दिया जा रहा है. वहीं जो वीआईपी आ रहे हैं, उन्हें बिना रोक टोक के गर्भ गृह तक ले जाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि गर्भ गृह के दर्शन बंद होने के विरोध में पूरा तीर्थ पुरोहित समाज एकजुट है और अपनी आपत्ति भी जताई है.
संतोष त्रिवेदी के मुताबिक इन दिनों श्राद्ध पक्ष में रोज 18 से बीस हजार तीर्थ यात्री बाबा केदार के दर्शन पूजन के लिए आ रहे हैं. लेकिन उन्हें दूर से ही दर्शन कराकर वापस लौटा दिया जा रहा है. इससे भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंच रही है. उन्होंने कहा कि भक्तों को मंदिर के गर्भ गृह में जाने से रोकना परंपरा के खिलाफ है.