मेरठ 14 मई (प्र)। एसएसपी की लगातार कार्रवाई के बाद भी पुलिसकर्मी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। मंगलवार को मवाना पुलिस का बड़ा कारनामा उजागर हुआ। मवाना पुलिस ने रविवार को सठला चौकी इंचार्ज सतेंद्र सिंह के नेतृत्व में चेकिंग अभियान चलाकर कुछ लोगों को हिरासत में लिया था। आरोप है कि इस दौरान एक युवक से बरामद बंदूक वापस करने के लिए चौकी निलंबित हुए इंस्पेक्टर विशाल श्रीवास्तव प्रभारी ने ढाई हजार रुपये वसूले। वहीं कारतूस छोड़ने को साढ़े 12 हजार रुपये मांग गए। जांच में पर्दाफाश होने पर देर रात एसएसपी ने थाना प्रभारी विशाल श्रीवास्तव और सठला चौकी इंचार्ज सतेंद्र कुमार को निलंबित कर दिया। साथ ही विभागीय कार्रवाई के आदेश भी दिए है।
लालकुर्ती पुलिस ने छावनी क्षेत्र में चेकिंग के दौरान सठला निवासी शारिब, हैदर खान और मवाना के उवैद खान को गिरफ्तार कर 12 बोर के 204 और 315 बोर के 30 कारतूस बरामद किए थे। शारिब सठला के मदरसे से हाफिज की पढ़ाई कर रहा है। उसका भाई शाकिर और जीजा कदीम निवासी सठला एवं मवाना निवासी डा. महबूब का बेटा जानी, उसका साथी अहद उर्फ राजा उर्फ पख्तूनी, भूरा व फईम लंगडा शूटिंग के कारतूसों को खोलकर मदरसे में ही उनके अंदर बारूद भरकर तैयार करते थे। उसके बाद दिल्ली के नीरज बवाना गिरोह को कारतूसों की सप्लाई दी जाती थी। लालकुर्ती पुलिस की कार्रवाई के बाद रविवार शाम करीब छह बजे मवाना के सठला चौकी प्रभारी सतेंद्र सिंह ने भी गांव में सर्च अभियान चलाया। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर चौकी लाया गया। इन लोगों की पैरवी के लिए चौकी इंचार्ज से जुड़े पेट्रोल पंप स्वामी पहुंचे। बताया जाता है कि उन्होंने एक युवक से बरामद बंदूक को वापस करा दिया। उसकी एवज में चौकी प्रभारी को ढाई हजार की नकदी दी गई। उसके बाद कारतूस छोड़ने के लिए भी साढ़े 12 हजार की मांग की गई। रकम मांगने पर पीड़ित ने डीआइजी कलानिधि नैथानी से मिलकर मामले की जानकारी दी। बाकायदा बातचीत की आडियो भी डीआइजी के समक्ष सुनवाई गई। डीआइजी ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए ।
शाकिर, कदीम, जानी और भूरा पकड़ से दूर
शूटिंग के कारतूसों में बारूद भरकर नीरज बवाना गिरोह को बेचने के आरोपित शाकिर, कदीम, जानी और भूरा पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं। करीब दो साल से उक्त लोग कारतूसों की तस्करी कर रहे थे, लेकिन सठला चौकी इंचार्ज और मवाना प्रभारी को इसकी भनक तक नहीं लग पाई, जबकि लालकुर्ती पुलिस वहीं से आरोपितों को पकड़कर लाई है।
एसएसपी डा. विपिन ताडा का कहना है कि सठला गांव के युवक की शिकायत पर मामले की जांच कराई। चौकी इंचार्ज और थाना प्रभारी पर लगाए आरोप सीओ की जांच में सही पाए गए। तत्काल प्रभाव से दोनों को निलंबित कर विभागीय जांच के आदेश दिए है। यदि रकम लेने की पुष्टि हुई, तक उनके खिलाफ भ्रष्टचार का मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा।