मुंबई 05 जनवरी। महाराष्ट्र सरकार ने 1988 बैच की आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला को नया पुलिस महानिदेशक यानी डीजीपी नियुक्त किया है. रश्मि शुक्ला ने अपने बैचमेट रजनीश सेठ के रिटायरमेंट के बाद यह भूमिका निभाई है. बता दें कि 58 साल की आईपीएस ऑफिसर रश्मि महाराष्ट्र की पहली महिला डीजीपी हैं.
आईपीएस रश्मि शुक्ला की पहचान देश के तेजतर्रार महिला ऑफिसर के तौर पर है. महाराष्ट्र पुलिस में डीजीपी बनने से पहले आईपीएस रश्मि कई अहम पदों पर काम कर चुकी है. साल 2020 में उनकी एक चिट्ठी ने पूरे महाराष्ट्र पुलिस फोर्स में हड़कंप मचा दिया था.
रश्मि शुक्ला साल 1988 बैच की आईपीएस ऑफिसर हैं. उनका जन्म महाराष्ट्र के मुंबई में 15 अगस्त 1965 को हुआ था. उनकी शुरुआती पढ़ाई मुंबई के सेंट जेवियर्स स्कूल से हुई. इसके बाद उन्होंने मशहूर एलफिंस्टन कॉलेज से ग्रेजुएशन किया. रश्मि शुक्ला ने मुंबई यूनिवर्सिटी से मास्टर्स की डिग्री ली है. रश्मि शुक्ला ने कॉलेज के साथ यूपीएससी सिविल सर्विस की तैयारी की. साल 1988 में उन्होंने सिविल सर्विस परीक्षा क्रैक की और उनका चयन आईपीएस के तौर पर हुआ. उन्हें आईपीएस बनने के बाद महाराष्ट्र कैडर मिला.
रश्मि शुक्ला 1988 में आईपीएस में शामिल हुईं और उन्हें महाराष्ट्र कैडर आवंटित किया गया. उन्होंने महाराष्ट्र पुलिस में विभिन्न पदों पर काम किया है जैसे कि औरंगाबाद ग्रामीण, नासिक ग्रामीण, सतारा और पुणे ग्रामीण जिलों के पुलिस अधीक्षक (एसपी) दक्षिण क्षेत्र. इसके अलावा मुंबई के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (एसीपी) पद पर भी उन्हें नियुक्त किया गया है. नागपुर और पुणे शहरों में अपराध शाखा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में काम कर चुकी हैं.
आईपीएस रश्मि शुक्ला ने केंद्र सरकार के आदेश पर दिल्ली और हैदराबाद में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के उप महानिरीक्षक यानी डीआईजी और हैदराबाद में सीआरपीएफ के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) के रूप में भी काम किया है. उनकी शादी आईपीएस ऑफिसर उदय शंकर से हुई थी. आईपीएस उदय शंकर की मृत्यु साल 2018 में हो गई.
आईपीएस रश्मि शुक्ला का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में तब आया जब उन्हें फोन टैपिंग मामलों में आरोपी के रूप में नामजद किया गया था. बॉम्बे हाईकोर्ट ने सितंबर 2023 में इस संबंध में शुक्ला के खिलाफ दर्ज दो एफआईआर को रद्द कर दिया था. आईपीएस रश्मि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की करीबी मानी जाती हैं.