मेरठ, 07 मई (प्र)। मेडा (मेरठ विकास प्राधिकरण) प्लॉट लेकर घर बनाने का सपना पूरा करने वालों को बहुत जल्द 1300 भूखंडों का तोहफा देने जा रहा है। चुनाव आचार संहिता खत्म होते ही इस पर काम तेजी से शुरू हो जाएगा। 1300 भूखंडों में 1200 आवासीय और 100 प्लॉट व्यावसायिक होंगे। योजना में एलआईजी और ईडब्लूएस के लिए भी बंपर प्लॉट होंगे।
मेडा अपनी आवासीय योजनाओं में लोगों की सुविधा के लिए दूरसंचार और डाक विभाग आदि के साथ ही अन्य सुविधाओं के लिए जमीन आरक्षित करता था ताकि लोगों को अपने निकट ही सुविधाओं का लाभ मिल सके लेकिन ये जमीन अब लोगों के काम नहीं आ रही है।
मेडा ने निष्प्रयोज्य जमीन का लैंड मोनेटाइजेशन अभियान के तहत सर्वे कराया है। सर्वे में मेडा की 12 आवासीय योजनाओं में ऐसी 325 संपत्ति चिह्नित की है, जो निष्प्रयोज्य पड़ी है और इनका रकबा करीब 145 हेक्टेयर है। मेडा अधिकारियों के मुताबिक निष्प्रयोज्य जमीन की कीमत 30 करोड़ प्रति हेक्टेयर की दर से करीब 4350 करोड़ रुपये आंकी गई है। अब मेडा इसमें से करीब 80 हेक्टेयर जमीन का भू-उपयोग बदलकर इस पर 1300 प्लॉट काटने जा रहा है। आचार संहिता खत्म होने के बाद इस योजना पर काम तेजी से शुरू हो जाएगा। इससे मेडा को करीब 2500 करोड़ रुपये की आमदनी की संभावना है।
अभिषेक पांडेय, वीसी मेडा का कहना है कि मेडा की योजनाओं में मिली 80 हेक्टेयर निष्प्रयोज्य जमीन पर 1300 प्लॉट विकसित किए जाएंगे। इसमें एलआईजी और ईडब्लूएस के भी काफी प्लॉट होंगे। 1200 आवासीय और 100 व्यावसायिक प्लॉट का प्लान तैयार किया गया है।