मेरठ, 31 अक्टूबर (प्र)। परतापुर थाना क्षेत्र में नाबालिग दिव्यांग को घर में अकेला पाकर युवक ने उसके साथ फायदा उठाया। मजबूर मां, बाप को जब हकीकत का पता चला तो सहायता मांगने थाने पर पुलिस के दरवाजे पहुंचे। पीड़ित परिजनों का आरोप है कि दरोगा ने आरोपी से मिलीभगत कर हमारी रिपोर्ट नहीं चढ़ाई। यहां तक कि परिजनों ने आरोपी को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था। तो दरोगा ने आरोपी का 151 में चालान कर उसे छोड़ दिया। अब पीड़ित परिवार ने एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई है। मंगलवार को पीड़िता परिवार सहित कप्तान दफ्तर पहुंची। सारा वाकया बताया। फिलहाल एसएसपी ने मामले में जांच कराकर उचित कार्यवाही करने का निर्देश दिया।
परतापुर, भूड़बराल निवासी परिजन अपनी दिव्यांग बेटी को लेकर पुलिस दफ्तर पहुंचे। परिजनों ने एसएसपी को अपनी व्यथा सुनाई। पीड़ित परिजनों ने कहा कि सरकार मिशन शक्ति अभियान चला रही है, लेकिन बहन बेटियों की इज्जत लूटने वालों को पुलिस छोड़ रही है। दरोगा हमारी रिपोर्ट नहीं लिखते। परिजनों ने बताया कि 26 अक्तूबर को उनकी बेटी घर में अकेली थी। तभी विपिन घर में घुसा और बेटी के साथ गलत काम किया है।
पीड़ित पिता ने बताया कि आरोपी घर से भाग रहा था, लेकिन तभी हम लोग घर पहुंचे और उसे पकड़ लिया। आरोपी विपिन को पकड़कर हम परतापुर थाना ले गए। जहां दरोगा विपिन और थाना प्रभारी नरेंद्र मलिक मिले। पुलिस से हमने सारा मामला बताया और आरोपी को उन्हें सौंप दिया। तो थाना प्रभारी, दरोगा ने कहा कि तुम घर जाओ हम सारा मामला देखते हैं। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि हमें थाने से वापस भेज दिया गया। उसी दिन रात को मेरे भाई की मृत्यु होने से हम लोग उसके अंतिम संस्कार में लग गए। लेकिन थाने से हमें कोई सूचना नहीं मिली। 28 अक्टूबर को हमें पता चला कि पुलिस ने आरोपी विपिन को 151 में चालान कर दिया है। हमारी रिपोर्ट भी नहीं चढ़ी न ही मेरी बेटी का मेडिकल कराया गया। पीड़ित ने थाना प्रभारी पर अच्छा व्यवहार न करने का भी आरोप लगाया। कहा कि 28 अक्टूबर को जब हम थाने पर जाकर हंगामा करने लगे तो किसी तरह हमारी रिपोर्ट चढ़ाई और पीड़िता का मेडिकल कराया।