Saturday, July 27

भारतीय दूतावास में तैनात सत्येंद्र भेजता था खुफिया जानकारी, हनी ट्रैप के जरिए पाकिस्तानी महिला हैंडलर करा रही थी जासूसी

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मेरठ 05 फरवरी (प्र)।  एटीएस की मेरठ यूनिट ने विदेश मंत्रालय में तैनात सत्येंद्र सिवाल को गिरफ्तार किया है। सत्येंद्र डेपुटेशन पर मास्को स्थित भारतीय दूतावास में तैनात था, जो वहां से पाकिस्तान एजेंसी आईएसआई के लिए काम कर रहा था। यूपी एटीएस ने रूस में रहकर आईएसआई के लिए जासूसी कर रहा भारतीय एजेंट गिरफ्तार किया है। यह अफसर रूस में भारतीय दूतावास में तैनात है।

यूपी एटीएस के अनुसार विदेश मंत्रालय में एमटीएस (मल्टी-टास्किंग, स्टाफ) के पद पर कार्यरत सत्येन्द्र सिवाल को गिरफ्तार किया गया है। उस पर आईएसआई के लिए काम करने का आरोप है। सत्येन्द्र मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास में तैनात है। सत्येन्द्र मूल रूप से हापुड़ जिले का रहने वाला है।

जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश एटीएस को गोपनीय विभाग ने सूचना दी थी कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के हैंडलर्स द्वारा कुछ लोगों से विदेश मंत्रालय भारत सरकार के कर्मचारियों को बहला-फुसलाकर और धन का लालच देकर भारतीय सेना से संबंधित भारत की सामरिक व रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण गोपनीय व प्रतिषेधक सूचनाएं प्राप्त की जा रही हैं। इससे भारतीय आंतरिक व बाह्य सुरक्षा को बहुत बड़ा खतरा होने की आशंका है।

यूपी एटीएस ने इस पर संज्ञान लेते हुए सर्विलांस के माध्यम से नजर रखकर साक्ष्य जुटाए। जांच पड़ताल में सामने आया कि सत्येंन्द्र सिवाल पुत्र जयवीर सिंह निवासी ग्राम शहमहीउद्दीनपुर थाना हापुड़ देहात, जिला हापुड़ नाम का व्यक्ति जो विदेश मंत्रालय भारत सरकार में एमटीएस के पद पर नियुक्त है और वर्तमान में मास्को रूस में भारतीय दूतावास में कार्यरत है, वह आईएसआई के हैंडलर्स को महत्वपूर्ण जानकारियों मुहैया करा रहा है।

खुफिया विभाग की जांच में सामने आया कि वह आईएसआई के हैंडलर्स के संजाल में संलिप्त होकर भारत विरोधी कृत्यों में लिप्त है और महत्वपूर्ण गोपनीय सूचनाओं को उन तक रुपयों के लालच में उपलब्ध करा रहा है।
यूपी एटीएस को पुख्ता सबूत मिलने पर सत्येन्द्र सिवाल को एटीएस फील्ड यूनिट मेरठ पर बुलाकर पूछताछ की और उसके द्वारा भेजी गई सूचनाओं के संबंध में जानकारी की गई तो वह सही उत्तर नहीं दे पाया। गहनता से हुई पूछताछ में सत्येन्द्र ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है।

बताया गया कि सत्येंद्र वर्ष 2021 से मास्को, रूस स्थित भारतीय दूतावास में IBSA के पद पर कार्यरत है। आरोपी पर विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी के पास से मोबाइल फोन, आधार कार्ड, पैन कार्ड व एक पहचान पत्र और 600 रुपये बरामद किए गए हैं।

विदेश मंत्रालय में मल्टी टास्किंग स्टाफ के तौर पर काम करने वाला सत्येंद्र सिवाल 2021 में पाकिस्तान की महिला के संपर्क में आया था। फेसबुक के जरिए पाकिस्तानी महिला ने उसे झूठी मोहब्बत के जाल में फंसाकर सेना और विदेश मंत्रालय की जानकारी लेनी शुरू कर दी। सत्येंद्र समझ नहीं पाया कि जो युवती उससे प्यार का नाटक करके खुफिया जानकारी हासिल कर रही है, वो आईएसआई की एजेंट है।
हनी ट्रैप में फंसकर सत्येंद्र महिला को भारतीय सेना और विदेश मंत्रालय के बारे में गोपनीय जानकारियां भेजने लगा। सत्येंद्र के बैंक अकाउंट में कितने पैसे आए, इसके बारे में अभी तक स्पष्ट जानकारी नहीं हुई है।

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