मेरठ 07 नवंबर (प्र)। मेरठ में 11 साल के बच्चे की कुत्ते के काटने के कारण मौत हो गई। दिल्ली रोड स्थित सूर्यापुरम कॉलोनी निवासी 11 साल के बच्चे दुष्यंत पर रक्षाबंधन के दिन 28 अगस्त को गली के आवारा कुत्ते ने हमला बोल दिया था। कुत्ते ने बच्चे को दाएं पैर में काट दिया था। इसके बाद परिजनों ने एंटी रैबीज की जगह बच्चे को प्राइवेट डॉक्टर के यहां ले जाकर टिटनेस का इंजेक्शन लगवा दिया। यहीं से बच्चे की हालत बिगड़नी शुरू हो गई। रविवार को उसकी मौत हो गई।
सूर्यापुरम कॉलोनी निवासी धन्नू ट्रैक सूट बनाने की फैक्ट्री में काम करते हैं। धन्नू ने बताया कि 28 अगस्त को उनका बेटा दुष्यंत गली में खड़ा था तभी एक कुत्ते (उम्र लगभग छह माह) ने उसके दाएं पैर में काट लिया। उसे निजी चिकित्सक के पास ले गए। चिकित्सक ने टिटनेस का इंजेक्शन लगाकर घर भेज दिया। एक सप्ताह पूर्व दुष्यंत के उसी पैर में दर्द हुआ और बुखार हो गया। उसकी सांस फूलने लगी और पानी से डरने लगा। शनिवार को दुष्यंत को फिर उसी चिकित्सक के पास ले गए। चिकित्सक ने जिला अस्पताल भेज दिया। यहां से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया। वहां से गुरु तेगबहादुर अस्पताल और फिर एम्स भेजा गया। वहां से चिकित्सकों ने उसको घर भेज दिया। बताया गया कि शरीर में रेबीज पूरी तरह फैल गया है। रविवार रात दुष्यंत ने दम तोड़ दिया। धन्नू के तीन और बेटे 16 वर्षीय रितिक, 14 वर्षीय चीनू् व नौ वर्षीय नितिश हैं।
सोमवार को नगर में कलेजा कंपा देने वाली घटना हुई। जिसमें सिस्टम की बेपरवाही के चलते धन्नू ने अपने कलेजे के टुकड़े को खो दिया। एक अनुमान के मुताबिक एक लाख से अधिक आवारा कुत्ते महानगर में मौजूद हैं।