मेरठ 10 अक्टूबर (प्र)। नवरात्र में सप्तमी के दिन कूड़ा निस्तारण प्लांट का भूमि पूजन किया गया. इसको लेकर पिछले कई दिनों से तैयारी चल रही थी. परीक्षितगढ़ रोड के गांवडी में ये कूड़ा निस्तारण प्लांट लगेगा. दरअसल, मेरठ नगर निगम और एनटीपीसी के बीच इस प्लांट को लेकर करार हुआ है. भूमि पूजन के लिए बड़ा पंडाल लगाया गया और शहर के तमाम जनप्रतिनिधियों को बुलाया गया है. इस मौके पर राज्यसभा सांसद डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी, लोकसभा सांसद अरूण गोविल, महापौर हरिकांत अहलूवालिया, एमएलसी धर्मेन्द्र भारद्वाज, बीजेपी एमएलए अमित अग्रवाल, कमिश्नर मेरठ मंडल सेल्वा कुमारी जे और नगरायुक्त सौरभ गंगवार ने बैठक कर भूमि पूजन किया.
मेरठ में कूड़ा निपटान सबसे बड़ी समस्या है. यहां पहले से ही कूड़े के पहाड़ हैं तो दूसरी तरफ हर रोज पैदा होने वाला कूड़ा परेशानी का सबब बना हुआ है. मेरठ नगर निगम की गांवडी में जमीन है और अब एनटीपीसी यहीं पर 300 करोड़ रुपये की लागत से कूड़ा निस्तारण प्लांट लगाएगा. इस प्लांट का काम करीब दो साल में पूरा हो जाएगा और फिर फ्रेश वेस्ट का निस्तारण हर रोज होना भी शुरू हो जाएगा. हालांकि उम्मीद की जा रही है कि प्लांट 18 महीने में ही शुरू हो जाएगा और फ्रेश वेस्ट का निस्तारण होने लगेगा. इस कूड़े से चारकोल और कोल ब्रिक्स बनेगा.
मेरठ नगर निगम में 90 वार्ड हैं और यहां से हर रोज 1200 मीट्रिक टन कूड़ा उत्सर्जित होता है. यह प्लांट 900 टीपीडी यानि टन प्रति दिन के हिसाब से कूड़े का निस्तारण करेगा और कोल बॉक्स बनाएगा, जो एनटीपीसी के प्लांट में काम आएंगे. हालांकि मेरठ नगर निगम को 20 करोड़ रुपये प्री प्रोसेसिंग प्लांट लगाने पर खर्च करने होंगे. एनटीपीसी जीएम अमित कुलश्रेष्ठ ने बताया कि यूपी में बनारस, गोरखपुर और नोएडा के बाद मेरठ में एनटीपीसी का यह चौथा प्लांट होगा. यहां नोएडा के जितना ही बड़ा प्लांट बनेगा.
राज्यसभा सांसद डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि मेरठ कचरे से मुक्त होगा. यह पीएम और सीएम की महत्वकांक्षी योजना है. उन्होंने कहा कि बाबा विश्वनाथ और बाबा गोरखनाथ की धरती से होता हुआ यह प्लांट मेरठ पहुंचा है.
लोकसभा सांसद सांसद अरूण गोविल ने कहा कि मेरठ का इससे बहुत विकास होगा. प्लांट को यहां लाने में बड़ी मेहनत करनी पड़ी. महापौर ने मुझसे इसको लेकर बात की थी, कहने लगे कि आप साफ जगह बैठते हैं तो विचार अच्छे आते हैं. यह हमारे लिए पॉजिटिव साइन है.
कैंट विधानसभा क्षेत्र के कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने कहा कि बचपन में हमें कूड़ा नजर नहीं आता था। लोग गहरे में कूड़ा इकट्ठा करते थे। यहां से खत्ते पर कूड़ा डाला जाता था। इस प्लांट से कूड़े से जहां हरित कोयला तैयार होगा, जिससे प्रदूषण पर नियंत्रण किया जा सकेगा, वहीं गैस भी तैयार की जा सकेगी। जिससे लोगों को इसका भरपूर लाभ मिल सकेगा।
मेरठ के महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने कहा कि प्लांट के लिए काफी कोशिश की गई और पीएम मोदी और सीएम योगी की नीतियों की वजह से हमें ये प्लांट मिला है. हम जल्द ही कूड़े के पहाड़ों का भी निस्तारण करने जा रहें हैं. इस प्लांट के लिए मैंने तमाम जनप्रतिनिधियों से बात की और हम सबकी एकजुटता की वजह से ही हमें एनटीपीसी का प्लांट मिल गया.
भाजपा के महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन ऋतुराज ने कहा कि कूड़ा निस्तारण प्लांट की स्थापना के लिए पूर्व में भी महापौर ने बहुत प्रयास किए। अब आकर प्रयास सफल हुआ। जीवन में हमेशा प्रयास करते रहना चाहिए, क्योंकि प्रयास करने का परिणाम मिलता है।
नगर आयुक्त सौरभ गंगवार ने कहा कि कूड़ा प्लांट के निर्माण को सफल बनाने के लिए पूरा नगर निगम तैयार है और जल्द इसे शुरू कराने की दिशा में हम आगे बढ़ेंगे. हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि चाहे जैसे भी हो मेरठ की सबसे बड़ी समस्या कूड़े का समाधान कर दिया जाए.
जनप्रतिनिधियों के भाषण के बाद विधि विधान के साथ भूमि पूजन किया गया। इसके बाद सांसद अरुण गोविल ने शिलान्यास किया। इसके बाद उन्होंने शिलापट का लोकार्पण किया। कार्यक्रम में नगरायुक्त सौरभ गंगवार, अपर नगरायुक्त प्रमोद कुमार, अपर नगरायुक्त ममता मालवीय, चीफ इंजीनियर देवेन्द्र कुमार, प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. हरपाल सिंह, पार्षद राजीव गुप्ता काले, संदीप रेवड़ी, विक्रांत ढाका, संजय सैनी, कुलदीप कीर्ति, फजल करीम आदि पार्षद मौजूद रहे।