मेरठ, 02 नवंबर (प्र)। गुरूवार की मध्य रात्रि हरिद्वार भीमगोड़ा से गंगनहर में तीन हजार क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया, जो शुक्रवार की मध्यरात्रि तक भोला झाल पहुंच गया। इसमें से 1800 क्यूसेक पानी छठ पूजन के लिए हिंडन नदी को दिया गया है। कुछ से मुरादनगर से दिल्ली की जलापूर्ति की जाएगी। उधर, अभी रजबहे साफ न होने के कारण किसानों को नहर का पानी मिलने में समय लगेगा।
हरिद्वार से निकलने वाली गंगनहर की क्षमता आठ हजार क्यूसेक पानी की है। एक अक्तूबर को नहरों की मरम्मत और सफाई के लिए हरिद्वार से जलापूर्ति बंद कर दी गई थी। हालांकि अभी तक रजबहे और माइनरों की सफाई अधूरी है, लेकिन छठ का त्यौहार होने के कारण 31 अक्तूबर की मध्य रात्रि को सिंचाई विभाग ने हरिद्वार से गंगनहर में तीन हजार क्यूसेक पानी छोड़ दिया। पांच नवंबर से छठ पूजन शुरू होगा। तीन हजार क्यूसेक में से 1800 क्यूसेक पानी भोला झाल से छोटी नहर के माध्यम से हिंडन नदी में भेजा जाएगा। सिंचाई विभाग ने भोले की झाल से छोटी नहर में पानी छोड़ दिया। 1200 क्यूसक पानी में से अधिकतर पानी मुरादनगर से दिल्ली की जनता की प्यास बुझाने के लिए छोड़ा गया है। तार बाबू सुधीर कुमार का कहना है कि गाजियाबाद में हिंडन नदी पर छठ पूजन करने वालों के लिए 1800 क्यूसेक पानी दिया जाना जरूरी है। बाकी पानी मुरादनगर भी भेजा जा रहा है।
गंदगी बहाकर ला रहा है पानी: हरिद्वार से गंगनहर में छोड़ा गया पानी पीछे से गंदगी बहाकर ला रहा है। इस गंदगी को साफ करने के लिए सिंचाई विभाग ने जगह-जगह कर्मचारी लगाए हुए हैं। फिर भी झाल पर काफी गंदगी पहुंच गई है। कम से कम दो दिन तक गंगनहर के पानी में गंदगी रहेगी।
अभी घरों में पहुंच रहा गंदा पानी: गंगाजल की आपूर्ति चालू हो गई है, लेकिन अभी घरों में गंदा पानी पहुंच रहा है। बताया गया है कि कल यानी रविवार तक पानी साफ होगा, तभी महानगर में 5 लाख आबादी को राहत मिलेगी। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि गंगाजल की आपूर्ति सुचारू होने के बावजूद भी ट्यूबवेल और नलकूपों से पानी की सप्लाई जारी रहेगी। गंगनहर और माइनरों की सफाई के चलते 15 दिन से गंगाजल की आपूर्ति बंद थी। गंगाजल न मिलने के चलते महानगर में पांच लाख की आबादी प्रभावित है। अपर नगर आयुक्त ममता मालवीय का कहना कि शुक्रवार रात को गंगाजल की आपूर्ति चालू हो गई है। अभी गंदा पानी आ रहा है। दो दिन बाद साफ पानी आना शुरू होगा।