मेरठ 06 दिसंबर (प्र)। कुछ वर्ष पूर्व विश्वविद्यालयों को संघटक कॉलेज के रूप में सौंपे गए राजकीय कॉलेजों के अगले सत्र से दिन लौट आएंगे। सरकार द्वारा इन कॉलेजों में पद सृजित कर राजकीय कॉलेजों के रूप में चलाने पर काम शुरू हो गया है।
चौ. चरण सिंह विवि से संबद्ध मेरठ मंडल में सात संघटक कॉलेज नए सत्र में राजकीय पीजी कॉलेज हो जाएंगे। फिलहाल इन सात में से केवल एक राजकीय कॉलेज जेवर ही संघटक कॉलेज के रूप में चल रहा है। सेल्फ फाइनेंस स्कीम में अधिक फीस होने से इन कॉलेजों में छात्रों ने प्रवेश नहीं लिया। हस्तिनापुर में छात्र नहीं मिलने से विवि को जारी सत्र रोकना पड़ा था। सहारनपुर विवि में चार संघटक कॉलेज राजकीय कॉलेजों में बदलेंगे। गुरुवार को शासन ने विश्वविद्यालयों से सत्र 2024-25 पूरा कराते हुए एक हफ्ते में रिपोर्ट मांगी है।
इन कॉलेजों में विवि स्तर से नियुक्त शिक्षक एवं कर्मचारी अगले सत्र से बाहर हो जाएंगे। सरकार शिक्षक एवं कर्मचारियों के पद सृजित करते हुए आयोग से नियुक्ति कराएगी।
कम फीस में हो सकेगी पढ़ाई
इन कॉलेजों के राजकीय कॉलेज के रूप में चलने से छात्रों को सरकारी फीस पर पढ़ाई का मौका मिलेगा। वर्तमान में संघटक कॉलेज में बीए, बीकॉम, बीएससी की सालाना फीस छह से 12 हजार रुपये तक है। ऐसे में छात्रों ने इन कॉलेजों में रुचि नहीं दिखाई। छात्रों ने अन्य सरकारी कॉलेजों में प्रवेश नहीं मिलने पर संघटक राजकीय के बजाय निजी कॉलेजों में प्रवेश को वरीयता दी। विवि में जेवर को छोड़ अन्य सभी कॉलेज भी पूरे होने को हैं। प्रदेशभर के विवि ने इन कॉलेजों को चलाने में कई बार असमर्थता जताई थी।
सहारनपुर विश्वविद्यालय में ये होंगे कॉलेज
● राजकीय महाविद्यालय रामपुर मनिहारन सहारनपुर।
● राजकीय महाविद्यालय बुढ़ाना मुजफ्फरनगर
● राजकीय महाविद्यालय थानाभवन शामली
● राजकीय महाविद्यालय नकुड़ सहारनपुर
● सरकार की ओर से इन कॉलेजोें में पद होंगे सृजित