Wednesday, November 12

कमिश्नर साहब दे ध्यान! मेडा के अफसरों का कारनामा, बिना एनओसी और रास्ते के कर दिया होटल वन फारर का नक्शा पास, सिंचाई विभाग ने दिया पुल और अतिक्रमण हटाने का नोटिस

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मेरठ 09 जनवरी (प्र)। अवैध निर्माण रोकने व उनके खिलाफ कार्रवाई करने का दावा करते नहीं थक रहे मेडा के मानचित्र से संबंध अधिकारियों ने दिखाया कमाल बिना रास्ते और एनओसी बिना सिंचाई विभाग की जमीन पर अतिक्रमण कर बन रहे होटल का कर दिया नक्शा पास। प्राप्त विवरण के अनुसार परतापुर बाईपास स्थित ग्राम खडौली के सिंचाई विभाग के रजवाहे लेफ्ट चप सलावा के रखवा पर अतुल गुप्ता और पंकज जैन साकेत निवासी का कर दिया नक्शा पास। उक्त जानकारी खुद एक शिकायत के उत्तर में मेडा के पर्वतन अधिकारी द्वारा दी गई। जबकि एक समाचार पत्र में छपी खबर से पता चलता है कि सूचना का अधिकार कार्यकर्ता द्वारा मांगी गई जानकारी में मानचित्र पास न होने की बात अधिकारियों द्वारा कही गई थी।

बताते चले कि शासन की निर्माण नीति के बिल्कुल विपरित जाकर बने इस होटल का नक्शा किसी भी रूप में जानकारों के अनुसार पास नहीं हो सकता मगर मेडा के अधिकारी तो महान है। घरेलू भूमि पर किसी ने छोटी सी दुकान बनाई तो तोड़ सकते है लेकिन नागरिकों के अनुसार बिना भू परिवर्तित कराये कृषि भूमि पर बने होटल वन फारर का मानचित्र पास करने में देर नहीं लगाई। इस मानचित्र को देखकर यह लगता है कि अधिकारियों के लिए शासन की निर्माण नीति का कोई मतलब नहीं है जब चाहे तब जिसके लिए अपने हिसाब से नियम बना और समाप्त कर सकते है। वर्ना देहली रोड़ पर एक दैनिक समाचार पत्र के सामने एक होटल बनाने और साकेत मनोरंजन पार्क में घर में दुकान बनवाकर ब्रेकरी चलवाने और अवैध निर्माणकर्ताओं को बढ़ावा देने वालों में चर्चित इस होटल के निर्माणकर्ताओं से संबंध एमएस जैन के विरूद्ध अब तक इस होटल के साथ कार्रवाई क्यों नहीं की गई इसे लेकर भी नागरिकों में चर्चा है। मेडा वीसी जो कह रहे है या इस होटल का मानचित्र पास करने वालोें की बात सही है। मेरठ मंड़लायुक्त को इस पूरे निर्माण होटल वन फारर की जांच किसी योग्य प्रशासनिक अधिकारी से करानी चाहिए। क्योंकि मेडा अधिकारी कह रहे है कि मानचित्र पास है जबकि सिंचाई विभाग की एनओसी और होटल तक जाने का रास्ता न होने के बाद भी नक्शा कैसे पास हो गया। वैसे भी इसमें बहुत कमियां लोगों द्वारा गिनाई जा रही है। जो निष्पक्ष जांच के बाद ही उभरकर सामने आ सकती है।

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