Tuesday, November 25

नमो भारत ट्रेन के प्रीमियम कोच में यात्रा करना अब हुआ सस्ता

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मेरठ 12 मई (प्र)। नमो भारत ट्रेन के प्रीमियम कोच से यात्रा करना अब काफी सस्ता कर दिया गया है। जिस कोच में स्टैंडर्ड कोच से दोगुना चुकाना पड़ता था, उसका किराया घटाकर सिर्फ 1.2 प्रतिशत ही अधिक रखा गया है। यानी अब यदि आप स्टैंडर्ड कोच से 100 रुपये में यात्रा करते हैं तो प्रीमियम कोच का किराया सिर्फ 120 रुपये रहेगा। पहले इसका किराया दोगुना था, कुछ समय बाद इसे घटाकर डेढ़ गुना किया गया था। नमो भारत ट्रेन में छह कोच होते हैं, जिनमें से एक कोच प्रीमियम और बाकी पांच कोच स्टैंडर्ड होते हैं। वर्तमान में नमो भारत ट्रेनें 55 किलोमीटर लंबे मार्ग पर संचालित हो रही हैं, जिसमें 11 स्टेशन शामिल हैं। इनमें न्यू अशोक नगर, आनंद विहार, साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई, दुहाई डिपो, मुरादनगर, मोदीनगर साउथ, मोदीनगर नार्थ और मेरठ साउथ शामिल हैं। शेष कारिडोर पर ट्रायल रन जारी है।

अब मेरठ साउथ स्टेशन से प्रीमियम कोच का किराया
स्टेशन किराया
आनंद विहार 155 रुपये
साहिबाबाद 130 रुपये
गाजियाबाद 110 रुपये

मेरठ सेंट्रल से मोदीपुरम तक जल्द शुरू हो सकती है मेट्रो
एक मई से नमो भारत का शताब्दीनगर स्टेशन से मोदीपुरम तक ट्रायल शुरू हो चुका है। शीघ्र मेरठ सेंट्रल (फुटबाल चौक) स्टेशन से मोदीपुरम तक मेट्रो रैक का ट्रायल शुरू होगा। अभी तक मेरठ साउथ से फुटबाल चौक स्टेशन तक मेट्रो रैक का ट्रायल जारी है। मेरठ मेट्रो | कारिडोर की कुल लंबाई 23 किलोमीटर है। जिसमें 18 किमी एलिवेटेड और पांच किमी हिस्सा अंडरग्राउंड है। तीन अंडरग्राउंड समेत कुल 13 स्टेशन बनाए जा रहे हैं। इन सभी स्टेशन पर मेरठ मेट्रो की सेवाएं मिलेगी।

नमो भारत स्टेशन पर को-वर्किंग स्पेस की शुरुआत
एनसीआरटीसी ने गाजियाबाद के नमो भारत स्टेशन पर को-वर्किंग स्पेस (जहां विभिन्न कंपनियों के लोग एक जगह पर काम करते हैं) की शुरुआत की है। स्टेशन पर 42 ओपन दफ्तर, 11 प्राइवेट केबिन और दो बैठक हॉल उपलब्ध हैं। अब इसी तरह नमो भारत के अन्य स्टेशनों पर भी कंपनियों के लिए जगह उपलब्ध कराई जा सकेगी। एनसीआरटीसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स ने बताया कि यह उनके लिए उपयोगी है, जो रिमोट सिस्टम के तहत काम करते हैं या जिनका कोई निश्चित ऑफिस नहीं है।

उन्होंने बताया कि को-वर्किंग स्पेस अन्य दफ्तरों की तुलना में काफी बेहतर हैं। इनमें हाई-स्पीड इंटरनेट, प्लग-एंड-प्ले डेस्क आदि की सुविधा है। उन्होंने बताया कि को-वर्किंग स्पेस में बायोमीट्रिक और की-कार्ड एक्सेस, क्लाइमेट कंट्रोल और ऑटोमेटेड मीटिंग रूम बुक करने की सुविधा है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग टूल्स, वायरलेस स्क्रीन शेयरिंग से कार्य करने में आसानी होगी।

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