मेरठ 14 मई (प्र)। हापुड़ – बुलंदशहर हाईवे से जुनिपुर फाटक, दिल्ली रोड, वेदव्यासपुरी होते हुए दून बाईपास तक रिंग रोड बनाने के लिए खरीद जाने वाली जमीन के लिए किसानों ने सहमति पत्र देना शुरू कर दिया है। 15 किसानों ने सहमति पत्र दिया है, जिसके आधार पर तहसील उसकी पड़ताल करेगी। इसी के साथ मुआवजा देने के लिए मूल्यांकन समिति के गठन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। यह समिति संबंधित भूमि के फसल, ढांचा, ट्यूबवेल आदि का मुआवजा तय करेगी।
रिंग रोड के लिए मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) द्वारा लगभग 15 हेक्टेयर जमीन खरीदी जाएगी। जमीन खरीद पर कुल 162 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके लिए 100 करोड़ रुपये मेडा ने आरक्षित कर रखे हैं… 62 करोड़ रुपये शासन से मिलेंगे। सुंदरा पूठा और रिठानी गांव से 2.7 हेक्टेयर, जबकि गूमी, बुढेड़ा जाहिदपुर व जुर्रानपुर गांव से 12 हेक्टेयर जमीन खरीदी जाएगी। पहले दो गांवों से जमीन खरीदने पर लगभग 21 करोड़ और बाकी तीन गांवों से जमीन खरीदने पर करीब 100 करोड़ रुपये खर्च होंगे। साथ ही निबंधन आदि शुल्क मिलाकर 162 करोड़ रुपये बैनामा प्रक्रिया में खर्च होंगे। हापुड़ रोड से जुर्रानपुर, दिल्ली रोड होते हुए दून बाईपास तक रिंग रोड के निर्माण की जो तैयारी शुरू हुई है उसे सिर्फ दो टुकड़ों में बनाया जाना है। पहला हिस्सा है हापुड़ रोड से जुर्रानपुर फाटक होते हुए शताब्दीनगर के पास तक। इसके लिए जमीन की खरीद होगी। इसमें सड़क की चौड़ाई 12 मीटर रहेगी।
हालांकि भविष्य में चौड़ाई बढ़ाने के लिए दोनों तरफ 10-10 मीटर जमीन आरक्षित कर दी जाएगी, जिसे किसान बेच नहीं सकेंगे न ही उस पर कोई निर्माण कर सकेंगे। शताब्दीनगर में 45 मीटर चौड़ी पहले से ही दिल्ली रोड तक बनी हुई है। इसी में प्रस्तावित 24 मीटर रोड को जोड़ा जाएगा। दिल्ली रोड से दीवान मिल के पास से रिठानी, पूठा होते हुए वेदव्यासपुरी तक लगभग 1.20 किमी तक 24 मीटर चौड़ी नई सड़क बनाई जाएगी। इसके लिए भी जमीन खरीदी जाएगी। इस नई सड़क को वेदव्यासपुरी की 65 मीटर चौड़ी सड़क में जोड़ दी जाएगी। वेदव्यासपुरी में यह सड़क दून बाईपास तक पहले से ही बनी हुई है।