मेरठ 14 जून (प्र)। नगर निगम के दूसरे एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर का काम पूरा हो गया है। एक जुलाई को यहां कर्मचारियों की तैनाती कर कुत्तों की नसबंदी की जाएगी। दावा है कि यहां प्रतिदिन 130 कुत्तों की नसबंदी की जा सकेगी। पहला सेंटर शंकर नगर में संचालित है। कुत्तों के काटने के बढ़ते मामलों को देखते हुए शासन ने 1.75 करोड़ रुपये की धनराशि बड़ा एनिमल कंट्रोल सेंटर बनाने के लिए नगर निगम को दी थी।
हापुड़ रोड पर पुराने कमेला की जमीन पर जलनिगम सीएंडडीएस ने दो मंजिला भवन तैयार कर दिया है । अब नगर निगम के पशु चिकित्सा कल्याण अधिकारी डा. हरपाल सिंह के मार्गदर्शन में टेंडर प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। दो से तीन दिन में टेंडर अपलोड कर दिया जाएगा। एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर का संचालन चयनित फर्म को दिया जाएगा। जो शहर से आवारा कुत्तों को पकड़ेगी और उनकी नसबंदी, एंटी रेबीज वैक्सीनेशन कर छोड़ेगी। शासन से इसके लिए गाइड लाइन भी आ गई है। घायल कुत्तों का यहां उपचार भी होगा । पालतू कुत्तों के उपचार और बालों को कटाने की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। इसके लिए पेटशाप और सैलून भी बनाया गया है। कुत्तों को रखने के लिए 32 सिंगल कैनल और 10 सामूहिक कैनल बनाए गए हैं। प्रति सामूहिक कैनल में 10 कुत्तों को रखने की सुविधा है। 10 सामूहिक कैनल में 100 कुत्ते रखे जा सकेंगे। सेप्टिक टैंक भी बनाया गया है। बड़ा आपरेशन थियेटर बनाया गया है। जहां पर आधुनिक उपकरणों के साथ पशु चिकित्सकों की टीम नसबंदी व एंटी रेबीज वैक्सीन लगाने का कार्य करेगी। पशु चिकित्सक व स्टाफ को रुकने के लिए कक्ष भी बनाए गए हैं। सेंटर की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे भी रहेंगे। यह नगर निगम का दूसरा एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर है। पहला सेंटर शंकर नगर फेज दो में संचालित हैं। इसकी क्षमता प्रतिदिन 30 कुत्तों की नसबंदी की है।
कुत्तों की संख्या नियंत्रित करने में लगेंगे दो साल
प्रतिदिन दोनों सेंटरों को मिलाकर 160 कुत्तों की नसबंदी होगी। महीने में 4800 और एक साल में 57 हजार कुत्तों की नसबंदी हो सकती है। वर्तमान में शहर में लगभग एक लाख आवारा कुत्ते हैं। यदि प्रतिदिन क्षमता के अनुसार एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटरों पर कार्य किया गया तो दो साल में कुत्तों की संख्या नियंत्रित हो सकती है।
नगर निगम पशु चिकित्सा कल्याण अधिकारी डा. हरपाल सिंह का कहना है कि टेंडर प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। एक-दो दिन में टेंडर अपलोड कर दिया जाएगा। चयनित फर्म को एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर का संचालन, कुत्तों को पकड़ना, घायल कुत्तों का उपचार करना, आक्रामक कुत्तों का उपचार, कुत्तों की नसबंदी, एंटी रेबीज वैक्सीन लगाने का जिम्मा दिया जाएगा। एक जुलाई से सेंटर चालू करना है।