काठमांडू 04 नवंबर। नेपाल में गत देर रात आए भूकंप ने भीषण तबाही मचाई है। रिक्टर स्केल पर 6.4 की तीव्रता से कांपी धरती के बाद हादसों में मरने वालों की संख्या 250 के पार हो गई है। नेपाल की न्यूज साइट काठमांडू पोस्ट के मुताबिक मारने वालों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। उधर 1100 से ज्यादा लोग घायल बताए गए हैं। नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप मापन केंद्र के अधिकारियों के अनुसार भूकंप का केंद्र जाजरकोट जिले के लामिडांडा क्षेत्र में था।
एएनआई के मुताबिक, शुक्रवार रात नेपाल में आए भूकंप के बाद आज सुबह 5 बजे ताजा अपडेट सामने आया है। रिपोर्ट के अनुसार, जाजरकोट के एक स्थानीय अधिकारी ने कहा कि भूकंप के कारण यहां 34 लोग मारे गए हैं। उधर, जजारकोट के पड़ोसी रुकुम पश्चिम जिले में करीब 36 लोगों की मौत की सूचना मिली है। इसके अलावा और भी इलाकों में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल में भूकंप के कारण हुई मौतों पर दुख जताया है। कहा है कि मैं इस क्षति से अत्यंत दुखी हूं। भारत नेपाल के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है। पीएम मोदी ने कहा है कि हम हर संभव सहायता देने के लिए तैयार हैं। हमारी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। साथ ही हम हादसों में घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करते हैं।
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल की ओर से कहा गया है कि देश की तीनों सुरक्षा एजेंसियां घायलों और पीड़ितों की मदद में जुट गई हैं। उधर, गृह मंत्रालय ने कहा है कि अन्य जिलों से भी लोगों के घायल होने और कई संपत्तियों के नुकसान की खबरें आ रही हैं। इनमें दैलेख, सल्यान और रोल्पा जिले शामिल हैं। वहीं जाजरकोट में घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
भूकंप की वजह से लगभग 40 सेकेंड तक धरती हिलती रही। इसके झटके तिब्बत-चीन पठार के अलावा भारत की राजधानी नई दिल्ली तक महसूस किए गए। भूकंप के केंद्र जाजरकोट से लगभग 500 किलोमीटर दूर काठमांडू में तो लोग डर से घरों के बाहर निकल आए। कुछ भूवैज्ञानिकों ने अभी खतरे के न टलने और भविष्य में एक बड़े भूकंप की आशंका बताई है।