अहमदाबाद 04 नवंबर। गुजरात में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक चैतर वसावा के खिलाफ नर्मदा जिला पुलिस रिवाल्वर से फायरिंग करने और सरकारी वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को धमकाने को लेकर मामला दर्ज किया है। पुलिस ने इसमें विधायक चैतर वसावा समेत उनकी पत्नी शंकुतलाबेन समेत कुल आठ लोगों को नामजद करते हुए पत्नी और पीए को अरेस्ट कर लिया है। चैतर वसावा नर्मदा जिले की डेडियापाड़ा विधानसभा से विधायक हैं। चैतर वसावा पार्टी के फायरब्रांड नेता है। वे तमाम मुद्दों पर मुखर रहते हैं। नर्मदा जिले के पुलिस अधीक्षक प्रशांत सूम्बे ने इस पूरे मामले की पुष्टि की है। विधायक के खिलाफ एफआईआर वन विभाग की तरफ से दर्ज कराई गई है।
नर्मदा जिले के पुलिस अधीक्षक प्रशांत सुंबे ने कहा कि वसावा की पत्नी, उनके निजी सहायक और एक अन्य व्यक्ति को घटना के सिलसिले में शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया, जबकि डेडियापाड़ा निर्वाचन क्षेत्र से विपक्षी पार्टी के विधायक फरार हैं।
विधायक पर राज्य वन विभाग के कर्मियों के साथ झड़प के बाद दंगा, जबरन वसूली और सरकारी अधिकारियों पर हमले से संबंधित भारतीय पुलिस संहिता (आईपीसी) की धाराओं के साथ-साथ शस्त्र अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया था, जिन्हें चर्चा के लिए डेडियापाड़ा शहर में उनके आवास पर बुलाया गया था। सुम्बे ने कहा, वन भूमि पर अतिक्रमण का मुद्दा।
उन्होंने बताया कि घटना 30 अक्टूबर की रात को हुई और डेडियापाड़ा पुलिस स्टेशन में गुरुवार (2 नवंबर) की रात चार लोगों – वसावा, उनकी पत्नी और दो अन्य के खिलाफ प्राथमिकी (प्रथम सूचना रिपोर्ट) दर्ज की गई।
एसपी ने कहा कि वन विभाग द्वारा निजी पार्टियों द्वारा खेती के लिए वन भूमि के उपयोग पर आपत्ति जताए जाने के बाद दोनों पक्षों के बीच विवाद पैदा हो गया।
वहीं डेडियापाड़ा से आप विधायक चैतर वसावा के खिलाफ एफआईआर पर स्थानीय राजनीति भी गरमा गई है। डेडियापाड़ के चौराहे पर 4 नवंबर को बाजार बंद रखने की अपील के पोस्टर लगाए गए हैं। आम आदमी पार्टी की गुजरात इकाई ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि आदिवासियों में आप के बढ़ते समर्थन को देखकर बीजेपी बौखला गई है। इसीलिए आप विधायक चैतर वसावा पर झूठा केस बनाकर गिरफ्तार करने की साजिश रची गई। आम आदमी पार्टी ने कहा कि पार्टी डेडियापाड़ा बंद में शामिल होगी। इसमें चैतर वसावा के खिलाफ दर्ज मामले को वापस लेने की मांग की गई है।