झालावाड़ 04 नवंबर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव तेजी से मतदान की तरफ बढ़ रहा है। इस बीच अपने नामांकन से एक दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजनीति से संन्यास लेने का संकेत देकर नई चर्चा छेड़ दी है। झालावाड़ की रैली में राजे ने अपने सांसद बेटे दुष्यंत का भाषण सुनने के बाद कहा, ‘मेरे बेटे की बात सुनने के बाद मुझे लगता है कि अब रिटायरमेंट ले लेना चाहिए।’ वसुंधरा राजे को अक्सर राजस्थान में मुख्यमंत्री पद का आकांक्षी के रूप में देखा जाता है। ऐसे में उनके इस बयान ने सियासी हल्के में नई चर्चाएं तेज कर दी है।
वसुंधरा राजे आज शनिवार को झालावाड़ विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। यहां 25 नवंबर को चुनाव होगा। वहीं, उनके बेटे दुष्यंत लोकसभा में झालावाड़-बारां का प्रतिनिधित्व करते हैं।
वसुंधरा राजे ने रैली में कहा कि अब मैं रिटायर हो सकती हूं। आप सभी ने उसे अच्छे से प्रशिक्षित किया है। मुझे उसे आगे बढ़ाने की जरूरत नहीं है। सभी विधायक यहां मौजूद हैं। मुझे लगता है कि उन पर नजर रखने की जरूरत नहीं है। वे इस पोजिशन में आ गए हैं कि वे अपने दम पर लोगों के लिए काम करेंगे।
वसुंधरा राजे ने कहा कि ये मेरा 10वां नामांकन है। पहला नामांकन 1989 में सांसदी के लिए भरा था। लगातार पांच बार सांसद और चार बार विधायक चुनी गई। उन्होंने सड़कों, पेयजल परियोजनाओं, हवाई और रेल कनेक्टिविटी का जिक्र करते हुए कहा कि आज लोग पूछते हैं कि झालावाड़ कहां है। लोग यहां निवेश करना चाहते हैं।
रैली में राजे ने पेपर लीक की घटनाओं और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर राज्य में कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए कहा कि राजस्थान तभी फिर से नंबर एक राज्य बनेगा जब लोग भाजपा को आगे ले जाने के लिए काम करेंगे।
बताते चले कि वसुंधरा राजे का नामांकन से पहले अपनी रिटायरमेंट को लेकर संकेत देना काफी गंभीर माना जा रहा है। चर्चा है कि वसुंधरा राजे झालावाड़-बारां से सांसद बेटे दुष्यंत सिंह को अपनी राजनीतिक विरासत सौंपना चाहती हैं। इसलिए उन्होंने भरी सभा में बेटे की तारीफ की। उन नेताओं की तारीफ की जो सांसद बेटे या उनके समर्थक हैं। बता दें कि राजस्थान में 200 सदस्यीय विधानसभा सीट के लिए चुनाव हो रहे हैं। 25 को मतदान और मतों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।