मेरठ 07 मई (प्र)। एक फर्म के नाम से संपत्ति खरीदने के लिए खरीदे गए 36 लाख रुपये के स्टांप की डुप्लीकेट कॉपी बनाकर एक नटवरलाल ने बैंक में फर्जी अकाउंट खुलवाया, और कूट रचित कागजों के आधार पर ट्रेजरी से रिफंड भी ले लिया। यह मामला प्रकाश में आने के बाद विभाग में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। मामला नंगलाताशी की एक जमीन से जुड़ा हुआ बताया गया है। सूत्रों की जानकारी के अनुसार कृष्णा लैंडमार्क कंपनी के नाम से सितंबर 2022 में 36 लाख रुपये के स्टांप खरीदे गए थे। बताया गया है कि उस समय यह स्टांप किसी कारण से प्रयोग में नहीं लाई जा सके।
यह स्टांप करीब छह करोड़ से अधिक रुपये की एक प्रॉपर्टी को खरीदने के लिए इशू कराए गए थे। सौदे में कोई अड़चन आ जाने के कारण कंपनी ने उस समय स्टांप को सुरक्षित करके रख लिया। इस दौरान जनवरी 2024 में पूरे मामले की भनक लग जाने के चलते किसी चालबाज व्यक्ति ने स्टांप की दूसरी प्रति प्राप्त की। इसी के साथ उसने पंजाब एंड सिंध बैंक की बेगमपुल स्थित शाखा में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कंपनी का अकाउंट भी खुलवा लिया। इस बीच उसने ट्रेजरी में एक प्रार्थना पत्र दिया, जिसमें स्टांप की कॉपी से संलग्न करते हुए कहा कि उसकी जमीन का सौदा रद्द हो गया है। इसी आधार पर उसने कुटरचित पेपर लगाते हुए 36 लाख रुपये रिफंड करने की मांग रखी।
उस समय अधिकारियों ने छानबीन के आधार पर यह पाया कि जिस नंबर से स्टांप इशू किए गए थे, उनका कोई प्रयोग नहीं हुआ है। इसको आधार बनाते हुए अधिकारियों ने फर्म के नाम पर 36 लाख रुपये पंजाब एंड सिंध बैंक में खोले गए फर्जी अकाउंट में ट्रांसफर भी कर दिए। यह मामला उस समय सामने आया, जब स्टाफ खरीदने वाली कंपनी कृष्णा लैंडमार्क की ओर से अप्रैल 2024 में स्टांप का प्रयोग करने का प्रयास किया गया। तब यह बात सामने आई कि बताए गए नंबर पर स्टांप खरीदे जरूर गए थे, लेकिन स्टांप की कीमत करीब 36 लाख रुपये रिफंड करा लिए गए हैं। यह सुनते ही कंपनी संचालक के होश उड़ गए। उसने इस मामले की छानबीन अपने स्तर से शुरू की, साथ ही अधिकारियों की संख्या में पूरा मामला लाया गया। इस मामले की वर्तमान स्थिति यह बताई गई है कि अभी तक इसमें कोई शिकायत आधिकारिक रूप से दर्ज नहीं कराई गई है।