मेरठ 23 मई (प्र)। परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र के गांव अगवानपुर विद्युत उपकेंद्र पर प्रांजल मौर्य टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत है। प्रांजल के साथ संविदा लाइनमैन हेमराज सिंह, अनुज सिंह, रामकुमार के साथ गांव जिठौला निवासी बाबूराम पुत्र मुंशी के घर विद्युत बकाया बिल वसूली के लिए पहुंचे, तभी घर के परिसर में लगे विद्युत मीटर में इनकमिंग केबल में कट लगाकर विद्युत चोरी कर रहे थे। विद्युत कर्मियों द्वारा वीडियो बनाने पर महिपाल उर्फ कालू पुत्र बाबूराम ने विरोध करते हुए मोबाइल छीनकर जमीन पर पटक कर तोड़ दिया
तथा जान से मारने की नीयत से परिवार के लोगों ने लाठी-डंडों और तमंचों की बट से हमला बोल दिया और सरकारी दस्तावेज छीनकर फाड़ दिये। हमले में प्रांजल मौर्य के सिर में गंभीर चोट आई है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल विद्युतकर्मी को उपचार के लिए सीएचसी पर भेज दिया। चिकित्सकों ने हालत गंभीर होने मेरठ अस्पताल रेफर कर दिया। वहीं, इस संबंध में उपकेंद्र अगवानपुर के अवर अभियंता पवन कुमार ने बाबूराम पुत्र मुंशी, महिपाल पुत्र बाबूराम व चार अज्ञात परिवार के सदस्यों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायी है।
ईईडीयू सेकंड मवाना के परीक्षितगढ़ के जिठौला में टीजी-टू प्रांजल मौर्य पर हमले के विरोध की घटना को लेकर तमाम टीजी-टू व दूसरे बिजली कर्मचारियों में जबरदस्त नाराजगी है। जिस कर्मचारी पर हमला किया गया है, वह महकमे का स्थायी कर्मचारी है। उस पर हुई हमले की घटना का संविदा कर्मचारियों की तमाम यूनियनों ने भी विरोध किया है। इस घटना से गुस्साएं कर्मचारियों ने अधिकारियों के समक्ष नाराजगी जतायी। उन्होंने पुलिस को भी चेतावनी दी है कि यदि प्रांजल मौर्य के हमलावर नहीं पकड़ गए तो सप्लाई ठप कर दी जाएगी।
ईईडीयू सेकंड के एक्सईएन महेश चंद ने बताया कि उनका यी कर्मचारी बिल की रिकवरी के लिए अन्य को साथ लेकर गए थे, उसी दौरान यह घटना हो गई। घटना पर पीवीवीएनएल के कर्मचारी नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कर्मचारी नेता व संविदा कर्मचारी सेवा समिति के अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि इस घटना को लेकर टीजी-टू व अन्य कर्मचारियों ने गहरी नाराजगी है। पीवीवीएनएल के उच्च पदस्थ अफसरों को पूरे मामले से अवगत करा दिया गया है।
यह घटना स्वीकार्य नहीं है। कर्मचारी नेता अभिमन्यु ने घटना को दुखद बताते हुए पुलिस से कठोर कार्रवाई की मांग की है। वरिष्ठ कर्मचारी नेता दलमणी थपलियान विद्युत मजदूर पंचायत ने कहा है कि फील्ड स्टाफ की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए। स्टाफ को विषम परिस्थितियों में काम करना पड़ रहा है।