मुरादाबाद 05 जनवरी। एंटी करप्शन मुरादाबाद की टीम ने जुनावई पुलिस चौकी इंचार्ज अनोखेलाल गंगवार को 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। जिनपर जांच चल रही थी। अब इस मामले में मुरादाबाद यूनिट की भ्रष्टाचार निवारण संगठन के अधिकारियों ने बड़ा खुलासा किया है। जांच में अधिकारियों ने उनके पास 31.90 लाख रुपए की अवैध संपत्ति पाई है। जिस पर अधिकारियों ने उनके विरुद्ध एक और मामला अवैध संपत्ति होने का दर्ज कराया है।
बता दें कि संभल जिले के थाना गुन्नौर क्षेत्र की पुलिस चौकी जुनावई में तैनाती के दौरान दरोगा अनोखेलाल गंगवार ने जमकर अवैध कमाई की थी। यह दरोगा वर्तमान में बिजनौर जिले के थाना नगीना में तैनात है। भ्रष्टाचार निवारण संगठन के अधिकारियों का कहना है कि उनके विरुद्ध अवैध संपत्ति की वसूली की कार्रवाई गैंगस्टर एक्ट के तरीके से की जाएगी। इस कार्रवाई के लिए न्यायालय में अनुमति लेने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
संभल जिले में तैनाती के दौरान वर्ष 2020 में एंटी करप्शन मुरादाबाद की टीम ने शिकायत पर जुनावई पुलिस चौकी इंचार्ज अनोखेलाल गंगवार को 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। दरोगा अनोखे लाल गंगवार ने जमीनी विवाद में हुई एनसीआर में दर्ज शिकायतकर्ता को कार्रवाई से बचाने के लिए उससे रिश्वत ली थी। बताया जा रहा है कि थाना गुन्नौर क्षेत्र के गांव धनीपुर निवासी राम रहीश सिंह ने एंटी भ्रष्टाचार निवारण संगठन मुरादाबाद इकाई में की शिकायत में बताया कि उसके भाई का दूसरे पक्ष के लोगों से जमीन को लेकर विवाद हो गया था।
अप्रैल 2020 में दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ थाना गुन्नौर में एनसीआर दर्ज कराई थी। इस मामले की जांच जुनावई चौकी इंचार्ज अनोखे लाल गंगवार कर रहे थे। अनोखेलाल गंगवार ने उस एनसीआर में दूसरे पक्ष के खिलाफ कार्रवाई और शिकायतकर्ता के खिलाफ दर्ज एनसीआर में गिरफ्तारी से बचाने के एवज में 25 हजार रुपये मांग रहा था। इसे एंटी करप्शन के टीम प्रभारी उदल सिंह ने गिरफ्तार किया था। इस कार्रवाई के बाद संभल जिले के तत्कालीन एसपी यमुना प्रसाद ने दरोगा अनोखेलाल गंगवार को निलंबित कर दिया था।