कोई बिल नहीं बस इंपोर्टेड है चाइना से आ रहा है खरीदकर बेच रहे हैं, कहना है दुकानदारों का
मेरठ, 15 फरवरी (विशेष संवाददाता)। युवाओं में महंगे ब्रांड के सामान घड़ी जूते पर्स उपयेग करने की बढ़ी प्रवृति को कुछ धन संपन्न लोग तो ओरिजनल खरीदने की कोशिश करते हैं मगर ज्यादातर शहर के बाजारों में शोरूमों पर मुख्य रूप से गूची, कार्ल लुई विटो और अरमानी आदि के नकली सामान बिकने की चर्चा सुनने को मिल रही हैं। जिसमें कहा जा रहा है कि देहली रोड और अन्य बाजारों के कुछ शोरूमों में इन कंपनियों के लाखों के नकली सामान हजारों में बेचे जा रहे है।
इस बारे में कई व्यापारी का कहना था कि यह माल चाइना से आता है वो बेच रहे है। कई लोग इस काम को कर रहे है। जब उनसे पूछा कि क्या इनका बिल मिलता है तो उन्होंने इससे इनकार कर दिया लेकिन कहा कि हम जीएसटी भरते है। सवाल उठता है कि जब बिना बिल का माल है तो उसकी जीएसटी कैसे भरी जा रही है। पिछले कुछ सालों में नकली किताओं और सामानों की पकड़ के लिए छापे पड़े है।
इससे पता चलता कि नकली सामान सस्ती दरो पर बेचा जाता है और कुछ दुकानदार मोटा मुनाफा कमाने के लिए ऐसा करते है। एक व्यापारी द्वारा मौखिक रूप से पांच छह नाम गिनाए गए है और कहा कि यह सभी इस काम को कर रहे बताए जाते हैं और असली बताकर बेचते हैं जबकि लाखों का माल हजारों में कैसे बिक सकता है। अगर शिकायतकर्ताओं में दम है तो सामने आकर बताएं उन्हें सबक सिखाया जाएगा। खबर के अनुसार इनके नकली सामान बेचने से सरकार को अरबों के राजस्व का नुकसान हो रहा है। सवाल उठता है कि जिम्मेदार अफसर क्या कर रहे हैं।