Monday, December 23

सीबीआई ने कैन्ट बोर्ड के सेनेटरी इंस्पेक्टर को रिश्वत लेते पकड़ा

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मेरठ 17 नवंबर (प्र)। सीबीआई की टीम ने कैंट बोर्ड ऑफिस में गत दिवस छापेमारी की। इस दौरान जैसे ही कैंट बोर्ड ऑफिस में सीबीआई की टीम पहुंची, तभी सफाई अधीक्षक वीके त्यागी, योगेश यादव ऑफिस छोड़कर भाग निकले। लालकुर्ती स्थित गोविंद प्लाजा में एक अवैध निर्माण को लेकर सेनेट्री इंस्पेक्टर अभिषेक ने निर्माणकर्ता से रिश्वत की मांग की थी। इसको लेकर सीबीआई ने छापेमारी की और इंस्पेक्टर योगेश यादव से देर रात दो बजे कैंट ऑफिस में ही सीबीआई टीम ने पूछताछ की।

क्योंकि अभिषेक गंगवार बीते शुक्रवार को अवकाश पर थे, उनको अवैध निर्माणकर्ता पैसे देने के लिए पहुंचा था। अभिषेक गंगवार से फोन पर अवैध निर्माणकर्ता वरुण से बात हुई तथा कहा कि मैं छुट्टी पर हूं और ये धनराशि योगेश यादव को दे दो। इसके बाद ही योगेश यादव भी इस मामले में फंस गए। इन दोनों पर भ्रष्टाचार का आरोप है, जिन पर शिकंजा कसने के लिए सीबीआई ने छापेमारी की हैं। इसकी पुष्टि सीईओ कैंट ज्योति कुमार ने भी की हैं।
सीईओ के अनुसार योगेश यादव को सीबीआई ने हिरासत में ले रखा है तथा पूछताछ की जा रही हैं। सीबीआई टीम के साथ पुलिस भी मौजूद रही। सीबीआई टीम ने दो कंप्यूटर और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज कब्जे में लिये हैं। छापे की कार्रवाई 15 सदस्यीय टीम ने की। देर रात तक सीबीआई टीम का आॅपरेशन चला। कैंट बोर्ड आॅफिस में टीम बनी रही तथा सीईओ ज्योति कुमार से भ्रष्ट कर्मियों से संबंधित दस्तावेज मांगे गए।
ये बड़ी कार्रवाई कैंट बोर्ड के स्वास्थ्य एवं सफाई अनुभाग में हुई है। सीबीआई की टीम में 15 सदस्य शामिल थे। सफाई निरीक्षक वीके त्यागी और योगेश यादव के कंप्यूटर को भी सीबीआई की टीम ने अपने कब्जे में ले लिया। योगेश यादव को पहले भी सीबीआई की टीम गिरफ्तार कर चुकी हैं। तब भी उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। फिलहाल भ्रष्टाचार के मामले में योगेश यादव जमानत पर हैं। गुरुवार दोपहर दो बजे से सीबीआई की टीम कैंट बोर्ड आॅफिस पहुंची थी। दो इनोवा कार में ये टीम पहुंची।

टीम ने जैसे ही कार को पार्क किया और कैंट बोर्ड सीईओ ज्योति कुमार के कक्ष में टीम पहुंची, तभी योगेश यादव, वीके त्यागी अपनी सीट छोड़कर भाग निकले। टीम की घेराबंदी धरी रह गई। इसमें सीबीआई की टीम को नाकामी हाथ लगी। इंस्पेक्टर अभिषेक गंगवार पर लालकुर्ती स्थित गोविंद प्लाजा में अवैध निर्माण कराने के नाम पर घूस की मांग थी, जिसकी शिकायत वरुण ने सीबीआई से की। सीबीआई की टीम ने इसको लेकर छापेमारी की। अभिषेक तो बीते शुक्रवार को अवकाश पर थे, लेकिन वरुण रिश्वत की धनराशि लेकर कैंट बोर्ड में सीबीआई टीम को साथ लेकर पहुंच गए।धनराशि देने के लिए अभिषेक से बात की, जिसमें ये धनराशि योगेश यादव को देने के लिए बोल दिया। इसको लेकर योगेश यादव भी फंस गए। सीबीआई की टीम ने योगेश यादव को हिरासत में ले लिया और उनसे देर रात तक कैंट बोर्ड आॅफिस में ही पूछताछ चली।

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