मेरठ 29 फरवरी (प्र)। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर देवी अहिल्याबाई इंटर कॉलेज लिसाड़ी में बाल वैज्ञानिक से लेकर युवा वैज्ञानिकों के नवाचार देखने का अवसर मिला। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद लखनऊ के सहयोग से बुधवार को जिला विज्ञान क्लब की ओर से देवी अहिल्याबाई इंटर कालेज लिसाड़ी में नवप्रवर्तन प्रदर्शनी लगी । इसमें असंगठित क्षेत्र के नवाचारकों ने अपनी प्रतिभा का परिचय दिया।
नवप्रर्वतन प्रदर्शनी में किसी ने अपने दिमाग से सोलर कार तैयार कर स्टार्टअप की दुनिया में कदम रखा तो किसी ने एलईडी के कचरे के इस्तेमाल का तरीका बताया। प्रथम स्थान बाल वैज्ञानिक प्रदान को मिला, जिसने इलेक्ट्रानिक कचरे खत्म करने का तरीका खोजा। द्वितीय पुरस्कार रोहटा रोड निवासी आशिष को मिला जिसने कबाड़ से कार बनाई और उसको शहर में चला भी रहा है। तीसरा स्थान एक गांव निवासी जोगिंद्री को मिला जिसने मोटे अनाज से बिस्किट, चुकुंदर व गाजर से गुड़ बनाया। सांत्वना के रूप में सीमा, वंश, उवेश, अक्षय कुमार जतिन, रोहित सभी को दो-दो हजार रुपये दिए गए। इस अवसर पर प्रो. योगेश चन्द शर्मा, अमेरिका से जावा लैंग्वेज के विशेषज्ञ वैज्ञानिक निशांत गोयल, डॉ. देवेन्द्र कुमार पाल और देवेन्द्र कुमार निर्णायक रहे। सह जिविनि कृष्ण कुमार, महाश्वेता रहीं।
कई देशों में सोलर कार कर चुके हैं डिजाइन
प्रदर्शनी में दीपक शर्मा के शिष्य सुधांशु पाल भी रहे जिन्होंने कई देशों में सोलर कार को डिजाइन किया है। अब वह अपना स्टार्टअप खोलने की तैयारी में है। सुधांशु बताते हैं कि दस सालों से यूरोप और चीन में कार्यरत थे, जहां पर उन्होंने सौ से अधिक गाडियां बनाने का अनुभव हासिल किया। वर्ष 2022 में भारत में वापस आकर जब चार से पांच लोगों के परिवार को एक बाइक पर जाते हुए देखा तो उन्होंने विदेश नहीं करने की ठान ली। कहा कि ट्रैफिक व जाने का निर्णय लिया और यहीं कुछ पार्किंग की समस्या से निजात दिलाने के लिए भी इस गाड़ी को बना रहे हैं।