मेरठ, 01 अगस्त (प्र)। कांवड़ यात्रा के दौरान दिल्ली मेरठ हाईवे पर कांवड़ियों की केसरिया कतारें उमड़ रही हैं। कांवड़ यात्रा में तीन भक्तियों का अनूठा संगम देखने को मिल रहा है। ईश्वरीय भक्ति, मातृ भक्ति और देश भक्ति से ओतप्रोत शिवभक्त शहर में अपने शिवालयों के पास पहुंच गए हैं। मां के साथ बच्चे कांवड़ ला रहे हैं। कांवड़ियों में केसरिया ध्वज के साथ राष्ट्रीय ध्वज भी लहरा रहे हैं। रुड़की रोड, दिल्ली रोड, गढ़ रोड पूरी तरह केसरिया रंग में रंगा है।
पांव में छाले और धूप छांव के बीच कांवड़िया अपने शिवालयों की ओर बढ़ रहे हैं। पूरा शहर कांवड़ियों की सेवा में जुटा है। शाम ढलते ही पूरा शहर झांकियों से पट जाता है। इसके साथ ही कांवड़ सेवा शिविरों में डांस और डीजे प्रतियोगिता शुरू हो गई है। मेरठ के आसपास की विशाल झांकी कांवड़ हर किसी को आकर्षित कर रही हैं। कांवड़ सेवा शिविरों में शिव तांडव नृत्य करते दिखाई दिए। कांवड़ को लाइटों से सजाया गया है। नन्ही उम्र में जहां बच्चे स्कूल और खेलकूद तक सीमित रहते हैं। ऐसी उम्र 7 साल से 12 साल के बच्चे अपने माता-पिता तो कोई बड़े भाई के साथ हरिद्वार से गंगाजल लेकर आ रहे हैं।
बच्चों में शिव के प्रति असीम प्रेम की भावना है। टोल प्लाजा से लेकर मोदीपुरम और बागपत बाईपास तक कांवड़ सेवा शिविरों में भी बच्चों की हर कोई सेवा में जुटा है। शिवरात्रि के नजदीक आते ही हाईवे भी पूरी तरह केसरिया हो गया है।
आस्था के साथ ही तकनीक का प्रयोग भी खूब किया जा रहा है। शिवभक्तों ने कांवड़ को इलक्ट्रॉनिक लाइटों से सजा कर ला रहे हैं, वहीं अत्याधुनिक साउंड सिस्टम से सजी डीजे वाली कांवड़ में जगह-जगह प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है।