Friday, July 26

सिखेड़ा में भगवान की मूर्ति खंडित करने पर लोगों में भारी आक्रोश, पुलिस ने संभाला मामला

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मेरठ, 08 दिसंबर (प्र)। इंचौली थाना क्षेत्र के ग्राम सिखेड़ा में कुछ लोगों ने माहौल खराब करने की कोशिश की। बुधवार रात गांव के रास्ते पर स्थित जाहरवीर बाबा के मंदिर परिसर में भगवान हनुमान और शनिदेव महाराज की मूर्ति खंडित कर दी गईं। सुबह ग्रामीणों ने देखा तो हंगामा हो गया। पुलिस ने किसी तरह ग्रामीणों को समझाया। पुलिस द्वारा मंदिर परिसर में नई मूर्तियां पूजापाठ के साथ स्थापित कराई गईं हैं।

इंचौली थाना क्षेत्र के सिखेड़ा गांव के मुख्य रास्ते पर जाहरवीर बाबा का मंदिर है। मंदिर परिसर में ही बाहर की ओर बजरंगबली हनुमान और शनिदेव महाराज का छोटा मंदिर है। जहां प्रतिदिन लोग पूजा-अर्चना करने आते हैं। बृहस्पतिवार सुबह जब लोग पहुंचे तो उन्होंने देखा कि दोनों मृर्तियां खंडित हो रखी थीं। यह देख अन्य ग्रामीणों को जानकारी दी गई। सूचना पर काफी संख्या में भीड़ जुट गई। इसके बाद जानकारी पर डायल-112 और इंचौली थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई और मामले की जानकारी ली। मूर्ति खंडित को लेकर लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। मंदिर कमेटी के संचालक सतीश चंद शर्मा ने बताया कि परिसर में पुजारी पाल बाबा रहते हैं। लेकिन तबीयत खराब होने के कारण वे कुछ महीनों से नहीं हैं। पुलिस को मंदिर के बाहर लगा कैमरा भी खराब मिला।

वहीं, आसपास फैक्टरियों के गेट पर लगे कैमरो में कुछ नहीं मिल सका। मुकेश कुमार, गगन चौहान, रामकुमार चौहान, दिनेश चौहान गुड्डू चौहान, बृजेश चौहान, शिवकुमार सिंह आदि ने बताया कि अराजक तत्वों ने मूर्ति खंडित कर माहौल खराब करने की कोशिश की है। उन्होंने पुलिस से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है। हालांकि, दोपहर के समय पुलिस द्वारा मंदिर परिसर में भगवान हनुमान और शनिदेव की नई प्रतिमाएं स्थापित करा दी गईं।

कई सालों से चल रहा मूर्ति खंडित का सिलसिला
इंचौली के सिखैड़ा गांव में पहले कई बार डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को खंडित करने की घटनाएं हो चुकी हैं। जिसको लेकर गांव में कई बार माहौल खराब होते-होते बचा है। बीती रात जिस मंदिर में भगवान की मूर्ति खंडित की गई हैं। ठीक उसी के सामने सड़क पार एक खाली स्थान पर डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा ढकी हुई है। पहले कई बार इसी प्रतिमा को खंडित किया गया है। विवाद के चलते पुलिस-प्रशासन ने अभी तक प्रतिमा को ढकवाया हुआ है।
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि मंदिर से 50 कदम की दूरी पर शराब का ठेका है। जिसके चलते अक्सर लोग मंदिर के आसपास व मंदिर परिसर से पानी लेकर शराब पीते देखे जाते रहे हैं।
लोगों का आरोप है कि भगवानों की मूर्ति खंडित करने का काम किसी शराबी द्वारा भी किया जा सकता है, पुलिस को इसकी जांच करनी चाहिए। वहीं, ग्रामीणों का आरोप है कि इंचौली थाने के बीट दरोगा, सिपाही भी यहां गश्त नहीं करते हैं। कभी-कभी ही गश्त देखने को मिलती है। जिसके चलते आरोपियों के हौंसले बुलंद होते जा रहे हैं।

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