वाराणसी 08 दिसंबर। उत्तर प्रदेश में वाराणसी के दशाश्वमेध थाना क्षेत्र में गत दिवस एक आश्रम में एक ही परिवार के चार सदस्यों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस सूत्रों ने बताया कि देवनाथपुरा इलाके में स्थित आंध्रा आश्रम में एक दंपति और उनके दो बेटों ने आत्महत्या कर ली। आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी के रहने वाले 50 वर्षीय कोंड, उनकी पत्नी लवाडिया और उनके दो बेटे राजेश और जय राज ने काशी भवन की तीसरी मंजिल पर अपने कमरे की छत से रस्सी की मदद से लटककर आत्महत्या कर ली।
उन्होंने बताया कि परिवार तीन दिसंबर को वाराणसी पहुंचा थे और आज उन्हें वापस आंध्र प्रदेश के लिए निकलना था। उन्होंने बुधवार को आश्रम से अपने कमरों से चेकआउट भी किया था। आज सुबह आश्रम के कर्मचारियों ने उनके शव देखे और पुलिस को सूचित किया। पुलिस फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंची और सर्च ऑपरेशन जारी रखा। पुलिस आत्महत्या के कारणों की पड़ताल कर रही है। घटनास्थल से सुसाइड नोट मिला है। पुलिस ने चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
धर्मशाला के मैनेजिंग ट्रस्टी वीबी सुंदर शास्त्री ने बताया कि ये सभी लोग 3 दिसंबर को सुबह 11रू30 बजे वाराणसी आए थे। काशी यात्रा बताकर कमरा लिया था। धर्मशाला में कमरा खाली होने पर परिवार को अलॉट कर दिया गया था जिसके बाद सभी कमरे में रहने लगे। एक दिन पहले ऑफिस पहुंचकर इन्होंने यह बताया कि 7 दिसंबर की सुबह 7.30 बजे कमरा खाली कर देंगे। लेकिन 6 दिसंबर को ही उन्होंने चेक आउट कर लिया था। जब सुबह कमरे की सफाई के लिए दरवाजा नहीं खुला तो कर्मचारियों को शक हुआ और फिर पुलिस के आने पर जब कमरा खोला गया तो परिवार के चारों लोग फंदे से लटके हुए थे।
पुलिस को तेलुगु भाषा में लिखा एक सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट को पढ़ने पर यह पता चला है कि परिवार का आंध्र प्रदेश में ही पैसे को लेकर विवाद था, जिसको लेकर यह काफी परेशान थे। सुसाइड नोट में कुछ लोगों पर आरोप भी लगाया गया है।